• इस लोकसभा क्षेत्र से बीस उम्मीदवार हैं मैदान में, मुख्य मुकाबला एनडीए व महागठबंधन के बीच

मुनिया मतलब मुस्लिम, मुसहर, निषाद, यादव तो पचपनियां मतलब वैश्य,  कलवार,धानुक सहित छोटे अन्य जातियां

सहरसा से ब्रजेश भारती की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट: खगड़िया लोकसभा चुनाव की बिसात लगभग बीछ चुकी है। लगभग बीस प्रत्याशी चुनावी मैदान में खड़े हैं। मुख्य मुकाबला राजद महागठबंधन व एनडीए गठबंधन के बीच ही सीमट कर रहने की गुंजाइश लग रही है।

महागठबंधन के वीआईपी पार्टी के खाते में गई इस सीट से सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी खुद मैदान में हैं वहीं एनडीए गठबंधन प्रत्याशी के रूप में वर्तमान लोजपा सांसद दुबारा ताल ठोकर चुनावी मैदान में कमर सक तैयारी में जुट गए हैं।

इस बीच लालू यादव के नये जातिय समीकरण मुनिया ताजा चर्चा का विषय बन गया है। जैसा कि आपको जानकारी दे दूं कि मु से मुस्लिम,मुसहर नि से निषाद व या से यादव ठीक उसी तरह का समीकरण बन रहा है जैसा कि लालू शासन काल के माय समीकरण का रहा था।

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वही ठीक उसी तरह पचपनियां नीतीश कुमार का राज का समीकरण बन अभी तक राज कर रहा है। हालांकि हाल के दिनों में जीतन राम मांझी व उपेन्द्र कुशवाहा के अलग हो जाने से नीतीश कुमार का पचपनियां समीकरण को धक्का लगा है। लेकिन चुनाव पर इसका कितना असर पड़ा है यह आने वाला कल के परिणाम बाद पता चलेगा।

वहीं अगर बाद करें एनडीए के अन्य घटक दल लोजपा व भाजपा का तो उसका कैडर समीकरण अपने जगह पर बना हुआ है और वह भी चट्टानी एकता के साथ उस समीकरण में फिलहाल छेद होता नजर नहीं आ रहा है।

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अब यह देखना इस लोकसभा में दिलचस्प होगा कि लालू के नये समीकरण मुनिया का बुनिया में उपेन्द्र कुशवाहा का कोईरी वोट कितना रस घोल मिठास पैदा कर पाता है।

अब अगर बाद करे इस लोकसभा क्षेत्र में जातिगत वोटरों की तो (वरिष्ठ पत्रकार वीरेंद्र यादव की किताब राजनीति की जाति पर आधारित) कुल वोटर 16 लाख 53 हजार 928 है(अंतिम प्रकाशन में संख्या वृद्धि)। जिसमें सबसे अधिक यादव मतदाता हैं जिनकी संख्या करीब 16.44 प्रतिशत है।

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वही मुस्लिम वोटरों की संख्या करीब 12.09 प्रतिशत, ब्राह्मण 2.07 प्रतिशत, राजपूत 3.16 प्रतिशत, भूमिहार 3.24 प्रतिशत, कोईरी 5.78 प्रतिशत, कुर्मी 7.29 प्रतिशत, मल्लाह 3.87 प्रतिशत, बनिया 1.72 प्रतिशत, धानुक 1.79 प्रतिशत, कलवार 1.15 प्रतिशत, तेली 4.06 प्रतिशत, रविदास 3.83 प्रतिशत, पासवान 4.76 प्रतिशत और मुशहर वोटरों की संख्या 6.20 प्रतिशत है।

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यहां बड़ा ही दिलचस्प गणीत कुर्सी व कोईरी का है जो एक साथ हो जाय तो मुस्लिम वोटरों को पछाड़ यादवों के बाद स्थान बना लेता है। लेकिन ये निर्भर करता है उपेन्द्र कुशवाहा व नीतीश कुमार पकड़ पर।

अब थोड़ा गत लोकसभा चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो 2014 में लोजपा के चौधरी महबूब अली कौसर 313806 वोट (36 प्रतिशत) राजद के कृष्णा कुमारी यादव को 237803 (27 प्रतिशत) एवं जदयू के दिनेश चंद्र यादव 220316 (25 प्रतिशत) मत प्राप्त हुआ था। क्रमशः