चार सौ रुपए प्रति किलो की दर से एक मछली की किमत लगी 14 हजार रूपए
  • इससे पूर्व भी कोशी नदी की धारा में कई बार मिल चुका है अजूबा वजनी बड़ी मछली

ब्रजेश भारती : पड़ोसी देश नेपाल से निकली कोशी नदी अपने आगोश में सिर्फ बालू, गाद या फिर पानी ही नहीं बहुत ऐसे चीज़ें भी लाती है जो कौतूहल का विषय बनता है। इसमें जीव जंतुओं से लेकर खानें योग्य स्वादिष्ट मछली भी शामिल है। ताज़ा कौतूहल का विषय बना सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर स्थित मछली बाजार में कोशी नदी की उपधारा में मिला वजनी कतला (भाकुर) मछली बना।

सिमरी बख्तियारपुर मछली बाजार में मछली देखते आमजन

आम तौर पर आप दो से चार किलो की एक मछलियों को जरूर देखे होंगे लेकिन जरा सोचिए अगर एक मछली इसके दस गुने ज्यादा वजन का हो तो फिर आप क्या कहेंगे ऐसी ही दस गुने वजन वाली एक मछली जब सिमरी बख्तियारपुर मछली बाजार में मछुवारों द्वारा बेचने को लाई गई तो लोगों के लिए यह कौतूहल का विषय बन गया। मछली को देखने लोगों की भीड़ जुट गई।

35 किलो का कतला मछली

मछली का वजन इतना कि इसे उठाने के लिए दो लोगों का सहारा लेना पड़ा। स्थानीय मछुआरों की माने तो ऐसी मछली कभी कभार ही देखने को मिलती है। इस मछली का वजन 35 किलो बताया जा रहा है। मछुवारों ने बताया कि कोसी नदी में मछली मारने के दौरान यह मछली धमारा घाट के समीप फनगो हाल्ट के मछुआरों के महाजाल में फंसा।

वहां के मछुआरों ने इस मछली को सिमरी बख्तियारपुर के बाजार में मछली बेचने वाले के हाथों बिक्री कर दिया। यह मछली कतला प्रजाति की बताई जा रही है। मार्केट में आने के बाद इसका रेट चार सौ रुपये किलो तय किया गया है। हालांकि रविवार को पुरे मछली का खरीददार नहीं मिलने से मछली काट बिक्री नहीं किया जा सका। अनुमान लगाया जा रहा है कि सोमवार को मछली काट कर बिक्री की जाएगी।

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यहां बताते चलें कि इससे पहले विशालकाय बघाय मछली नवंबर 19 में दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान पूर्वी क्षेत्र के उसरी पंचायत के कोनिया में मछुआरों के जाल में फंसी मिली थी। मछुआरा जगदीश मुखिया, उदय मुखिया, जवाहर मुखिया सहित छह लोगों ने बलान व कोशी के संगम उपधारा में थरघटिया घाट पर बोर जाल लगा था जिसमें यह मछली फंसी थी।

इससे पहले कोशी नदी में मिला विशालकाय 80 किलो का वघाय मछली, फाइल फोटो

इससे पहले मई 2018 में सुपौल जिले अन्तर्गत कोशी नदी में मछुआरा सियाराम मुखिया के जाल में भी इतनी ही वजनी बघाय मछली जाल में फंसी थी। उस वक्त उस मछली को भपटियाही बाजार लाया गया था जो ढाई सौ रूपए प्रति किलो की दर से बिका था।

फाइल फोटो, कतला मछली

इसके बाद जून 2018 में मधुबनी जिले के मधेपुर प्रखंड क्षेत्र के नदी में बसीपट्टी निवासी राम नारायण 45 किलो का कतला (भाकुर) मछली पकड़ी थी उस समय मछली के पेट से 12 किलोग्राम मछली का अंडा निकला था। उस वक्त भी यह मछली चर्चा बनी थी। फिलहाल यह कतला मछली चर्चा का विषय बना हुआ है।

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