इस बार दो ध्रुवीय होगा मुकाबला,’माय’ समीकरण पर टिकी नजर

सहरसा : लोकसभा चुनाव 2019 के चुनाव दंगल के तीसरे चरण में होने वाले खगड़िया लोकसभा सीट पर मंगलवार 23 अप्रैल सुबह सात बजे से शाम छः बजे तक मतदान होगा। वहीं दो विधानसभा सिमरी बख्तियारपुर व अलौली में शाम चार बजे तक ही मतदान होगा।

खगड़िया लोकसभा क्षेत्र के इस विधानसभा में चार बजे शाम तक ही होगा मतदान

16,68,233 मतदाताओं के द्वारा चुनावी मैदान में खड़े बीस प्रत्याशीयों के भाग्य का फैसला कर उसे ईवीएम मशीन में कैद कर देंगे। चुनाव की सभी तैयारी पुरी कर ली गई। सभी मतदान केन्द्रों पर मतदान कर्मी सहित पुलिस फोर्स भेजे गए हैं। शांतिपूर्ण व भयमुक्त चुनाव कराने के लिए प्रशासन मुस्तैद नजर आ रही है।

इस बीच खगड़िया लोकसभा क्षेत्र के दंगल की तस्वीर साफ हो चुकी है। यूं तो यहां 20 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं लेकिन मुख्य मुकाबला निवर्तमान सांसद सह एनडीए के लोजपा प्रत्याशी चौधरी महबूब अली कैसर और महागठबंधन के वीआईपी उम्मीदवार मुकेश सहनी के बीच है।

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यहां सबकी नजर ‘माय’ समीकरण पर है। यादव और मुस्लिम वोटों की गोलबंदी व बिखराव अर्थात टूट इस बार का चुनाव परिणाम तय करेगा। यदि माय समीकरण की गोलबंदी हुई तो महागठबंधन को बढ़त और यदि बिखराव हुआ तो एनडीए के हाथ बाजी।

खगड़िया लोकसभा क्षेत्र में सबसे अधिक यादव मतदाता हैं। यहां इनकी संख्या 3.5 लाख है। जबकि मुसलमान वोटर भी डेढ़ लाख हैं। अन्य जातियों में निषाद डेढ़ लाख, कुर्मी व कुशवाहा ढाई लाख, सवर्ण डेढ़ लाख, एससी/एसटी डेढ़ लाख, पासवान डेढ़ लाख व अन्य जाति करीब तीन लाख हैं।

इस बार यहां के चुनाव की खास बात यह है कि यादव बहुल इस लोकसभा क्षेत्र में पहली बार प्रमुख प्रत्याशी के रूप में कोई यादव प्रत्याशी चुनाव मैदान में नहीं है। इस कारण एनडीए और महागठबंधन दोनों यादव मतदाताओं को रिझाने में लगे हैं।

खगड़िया में जातीय समीकरण को देखें तो यहां करीब पांच लाख यादव और मुस्लिम मतदाता हैं। इनकी गोलबंदी जिनके पक्ष में होगी, उनकी जीत लगभग तय है। इन दोनों मतदाताओं को महागठबंधन अपना आधार वोट मानता है। लेकिन एनडीए राज्य सरकार के कार्यों का हवाला देकर उस वोट बैंक में सेंध लगाने की भरपूर कोशिश में है।

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हालांकि यादव मतदाताओं ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। फिलहाल एनडीए और महागठबंधन दोनों के लिए खगड़िया प्रतिष्ठा की सीट बन चुकी है। अब देखना दिलचस्प होगा कि कुछ घंटों बाद शुरू होने वाले मतदान में वोटर किस ओर उंट बैठाते हैं।