गत वर्ष एचएम रामकुमार को घर लौटने के क्रम में अपराधियों ने गोलियों से दिया था भून
  • हथियार व दस कारतूस भी किया गया जब्त, अप्रैल में पुलिस ने गुड्डू यादव पर घोषित किया था इनाम

मधेपुरा : जिले के शंकरपुर जिरवा मधेली के पंसस पति एचएम रामकुमार यादव हत्याकांड सहित सहित कई कांडों के आरोपी 50 हजार के इनामी कुख्यात अपराधी गुड्डू यादव को उसके तीन अन्य सहयोगियों के साथ रविवार की रात को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार अपराधियों में रायभीर निवासी गुड्डू यादव, गिदराही निवासी नीतीश कुमार और सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र का आलोक कुमार व शंकरपुर के प्रमुख पति अशोक यादव भी शामिल हैं।

अशोक को रविवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। पूछताछ में संलिप्तता आने के बाद उन्हें भी जेल भेज दिया गया गया। अपराधियों के पास से एक कट्‌टा, एक पिस्टल और 10 गोली भी बरामद हुई है। विदित हो कि एसटीएफ पटना की टीम व शंकरपुर थाने की पुलिस ने रविवार की रात्रि गुप्त सूचना के आधार पर शंकरपुर थाना क्षेत्र के कवियाही गांव के बीरबल यादव के घर से आरोपियों को गिरफ्तार किया।

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थानाध्यक्ष राजकिशोर मंडल ने बताया कि तीनों गिरफ्तार अपराधियों के ऊपर कई थानाें में केस दर्ज है। गुड्डू यादव के घर की कुर्की-जब्ती भी की गई थी। घटना के बाद अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाने के कारण शंकरपुर के तत्कालीन थानाध्यक्ष को हटा भी दिया गया था।

18 दिन बाद दो नामजद ने किया था सरेंडर : रामकुमार यादव हत्याकांड के 18 दिन बाद दो आरोपियों ने व्यवहार न्यायालय में सरेंडर किया था। आत्मसमर्पण करने वालों में कबियाही निवासी विवेक यादव और हरिराहा निवासी मुकेश कुमार था। वहीं रायभीर निवासी नीतीश कुमार को अनुसंधान के क्रम में पुलिस ने अप्राथमिकी दर्ज कर जेल भेजा था। जबकि अन्य नामजद फरार थे।

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प्रभारी एचएम रामकुमार की अपराधी गुड्‌डू यादव से थी अदावत : बताया जाता है कि पूर्व में प्रभारी एचएम रामकुमार यादव और रायभीर निवासी एक युवक की हत्या मामले में आरोपी रहे रायभीर के ही अपराधी गुड्‌डू यादव की कुछ मामलों को लेकर अदावत चल रही थी। रामकुमार की हत्या से कुछ दिनों पिछले ही वह जेल से छूटा था। मामले में मृतक के पुत्र दुर्गेश कुमार ने 10 नामजद व अन्य पांच अज्ञात पर केस दर्ज कराया था।

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दुर्गेश का कहना था कि 23 नवंबर की देर शाम को वह और उसके छोटे चाचा, मां की दवा लाने शंकरपुर जा रहे था। इसी दौरान मोरकाही कटायर के समीप ट्रांसफाॅर्मर के पास पहुंचे तो देखा की गुड्डू यादव, मनीष कुमार, प्रमोद यादव सहित 10 नामजद व पांच से सात अज्ञात व्यक्ति हथियार के साथ खड़े थे। गुड्डू यादव मोबाइल से कहीं बात कर रहा था।

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उनलोगों को वहां देखकर वे लोग आगे बढ़कर मोरकाही सड़क पर राजाराम यादव से बात करने लगे। उसी समय में पश्चिम दिशा से एक बाइक आ रही थी। उसे देखकर अपराधी आगे बढ़े और कटायर के पास बने कल्वर्ट के पास गाली-गलौज करने के बाद अंधाधुंध फायरिंग कर फरार हो गए। दुर्गेश ने कहा था कि अन्य लोगों के साथ जब वह घटनास्थल पर पहुंचा तो देखा की उसके पिता खून से लथपथ और मर चुके थे।

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