ज़मीनी विवाद में आपसी वर्चस्व को लेकर एक गुट ने दुसरे गुट के दो लोगों की कर दी थी हत्या
एसपी ने स्वयं किया घटना स्थल का मुआयना, आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती : सहरसा जिले के बनमा-ईटहरी ओपी क्षेत्र के मुंदीचक गांव में रविवार शाम ज़मीनी विवाद में आपसी वर्चस्व को लेकर एक गुट के बदमाशों द्वारा दुसरे गुट के दो लोगों को गोली मार हत्या कर देने के मामले में मृतक कमलेश यादव के पिता के बिंदेश्वरी यादव के लिखित आवेदन पर 22 लोगों को हत्या का नामजद आरोपी बनाया गया है।
वहीं घटना के 24 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी पुलिस ने इस दोहरे हत्याकांड के एक भी नामजद आरोपियों तक पहुंचने में कामयाबी हासिल नहीं कर सका है सभी नामजद आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर है।
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वहीं हत्या की सूचना पर देर रात ही सहरसा एसपी राकेश कुमार पुलिस बलों के साथ घटनास्थल का मुआयना कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया। हालांकि घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है पुलिस गश्ती तेज कर दी है वहीं पुलिस किसी भी अनहोनी को देखते हुए चौकसी बरत रही है।
क्या है मामला : पुलिस के अनुसार रविवार की शाम साढे़ चार बजे के आसपास दो गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई में हुई गोलीबारी में एक हीं गुट की ओर से दो युवक कमलेश यादव तथा ललन यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिसकी हत्या होने के बाद दोनो के जैब से 6 जिंदा कारतूस तथा तीन खोखा बरामद किया गया। जो कि दोनों अपराधी प्रवृत्ति का था।
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पिता के आवेदन पर 22 बनें नामजद : मृतक दो युवकों में से एक युवक कमलेश यादव के पिता बिन्देश्वर यादव के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिसमें गांव सहित आसपास गांव के कुल 22 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। जिसमें मुख्य आरोपी रमेश यादव सहित बिजेन्दर यादव, गुड्डू यादव, पप्पू यादव, अबीन यादव, जयचन्दर यादव, दिनेश यादव, उदय यादव, रौशन यादव, महादेव यादव, फनटुस यादव, विलास यादव, विपीन यादव, पप्पू यादव, फूलो यादव, सुलटेन यादव, रामचन्दर यादव, लालमोहर यादव, सैनी यादव, श्रवण यादव, भगवान यादव, भकूल यादव पिता जमेदार यादव शामिल है।
पुलिस अनुसार मृतक कमलेश यादव का है अपराधीक इतिहास : पुलिस के अनुसार मृतक कमलेश यादव का अपराधिक इतिहास रहा है। जो कि हत्या, मारपीट, आर्म्स एक्ट सहित कई मामलों में स्थानीय ओपी बनमा सहित जिले के कई थानों में कमलेश के ऊपर मामला दर्ज है। जिसकी पुलिस वर्षो से तलाश कर रही थी। वहीं दूसरे मृतक ललन यादव के बारे में भी पुलिस के द्वारा बताया जाता है कि वे भी अपराधी प्रवृत्ति के थे। जिसके ऊपर भी मामला दर्ज है।
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कमलेश कुख्यात स्व. संतोष का है भाई : मृतक कमलेश यादव कुख्यात अपराधी स्व. संतोष यादव का भाई था। जो कि बीते कई वर्ष पहले डीएसपी के साथ हुई मुठभेड़ में सहरसा के मत्सगंधा में संतोष यादव मारा गया था। संतोष के मरने के बाद बागडोर कमलेश के जिम्मे होने की बात कही जा रही है।
जमीनी विवाद : प्राप्त जानकारी के अनुसार संतोष यादव के समय से ही जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। एक साल पहले से कमलेश यादव कुछ जमीन को लेकर मास्टर रमेश से झगड़ा उत्पन्न हो गया था। रमेश द्वारा खरीद की गई जमीन को कमलेश अपनी खतियानी जमीन बता रहा था।
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यह विवाद न्यायालय में चल रहा है इस बीच रमेश ने वह जमीन तेलियाहाट निवासी से खरीद की थी उस जमीन के संबंध में सुत्र बताते हैं कि कमलेश का कहना था कि जब मेरी खतियानी जमीन को किसी ने बेचा ही नहीं तो कोई उस जमीन दुसरे से खरीद कैसे कर लेगा।
नया सर्वे : हाल के कुछ वर्षों में बनमा-ईटहरी प्रखंड में हाल सर्वे फाइनल हो गया है बहुतों की संख्या में जमीन हाल सर्वे में किसी अन्य के नाम खाता खुल गया है। हालांकि ऐसे मामले में न्यायालय में वाद दायर कर नया सर्वे को ठीक किया जा सकता है। यही हाल सर्वे अभी बनमा क्षेत्र में जमीनी विवाद का कारण बना हुआ है।