26 दिसंबर 2016 से हत्या मामले में थे जेल में बंद, समर्थकों में जबरदस्त खुशी
- 7 वर्ष बाद जेल से बाहर आने के बाद खगड़िया की राजनीति में बनेगा नया समीकरण
खगड़िया/नई दिल्ली – खगड़िया के पूर्व विधायक रणवीर यादव को उच्चतम न्यायालय से जमानत मिल गई है। वो करीब 7 वर्ष यानि 26 दिसंबर 2016 से हत्या के एक मामले में जेल में बंद थे। उन्हें 35 साल पुराने एक हत्या मामले में मुंगेर जिला कोर्ट द्वारा सजा सुनाई थी। जमानत मिलने की खबर मिलते ही उनके समर्थकों में जबरदस्त उत्साह देखी जा रही है।
बताया जा रहा है कि 35 वर्ष पूर्व 1988 में परिवारिक मामले में रणवीर यादव को मुंगेर न्यायालय प्रथम सत्र न्यायाधीश के द्वारा हत्या का दोषी मानते हुए मानसी थाना कांड संख्या 192/ 88 सेशन केस संख्या 184/89 में आजीवन कारावास की सजा वर्ष 2016 को सुनाया था।
उक्त फैसला के विरुद्ध रणवीर यादव ने पटना हाईकोर्ट में चुनौती दी थी जहां आजीवन सजा को (10) दस वर्ष की सजा में परिवर्तित कर दिया था। पटना हाईकोर्ट के फैसले को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दिया है। जो लंबित है।
मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय के तीन बेंच के खंडपीठ जिनमें न्यायमूर्ति संजय किसन कौल, न्यायमूर्ति अनसुद्दीन अनामुल्ला और अरविंद कुमार ने शेष मामले की सुनवाई बाद में करने की बात कहते हुए जमानत दी गई। कोर्ट ने कहा कि इतनी लंबी अवधि से जेल में नहीं रखा जा सकता है। जमानत स्वीकृत किया जाता है।
जमानत मिलने पर उनकी पत्नी खगड़िया जिला परिषद अध्यक्ष कृष्णा कुमारी यादव ने सर्वोच्च न्यायालय के जमानत के फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए कही कि हमेशा हमलोगों को न्याय व्यवस्था पर भरोसा रहा है। उन्होंने बताया कि पटना बेउर जेल से जल्द वो बाहर आएंगे।
यहां बतातें चले कि करीब 7 वर्षों बाद जमानत पर बाहर निकलने के उपरांत खगड़िया की राजनीति में एक नया समीकरण बनेगा। 2014 में उनकी पत्नी कृष्णा कुमारी यादव आरजेडी से लोकसभा चुनाव लड़ी। हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा। जिसके बाद 2016 में रणवीर यादव जेल चले गए।
2019 के लोकसभा चुनाव के समय रनवीर यादव जेल में थे। आरजेडी का खगड़िया लोकसभा सीट उस समय महागठबंधन के घटक दल वीआईपी के खाते में दे दिया गया। यहां से वीआईपी पार्टी के सुप्रीमों मुकेश सहनी चुनाव लड़ें लेकिन उसको हार का सामना करना पड़ा।
उस वक्त कृष्णा कुमारी यादव को टिकट नहीं मिलने की वजह से आरजेडी कार्यकर्ताओं में जबरदस्त मायूसी देखी गई। वहीं कृष्णा कुमारी यादव के दुसरे दलों से चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही थी। लेकिन वो चुनाव नहीं लड़ी।
अब जब रणवीर यादव को जमानत मिल गई है और आगे लोकसभा व विधानसभा चुनाव होना है ऐसे में खगड़िया की राजनीति में एक नया समीकरण बनने की संभावना प्रबल हो गई है। चुंकि खगड़िया की राजनीति रणवीर यादव के इर्द गिर्द हमेशा घुमती रही है। अब देखने वाली बात होगी कि आगे होता है क्या ?