खगड़िया से सहयोगी संवाददाता की रिपोर्ट :-
कोशई नदी में पानी का दबाव बढ़ने से डुमरी पुल के समीप बने नाव का जुगाड़ पुल के बीच का एप्रोच पथ बह गया। इस कारण जुगाड़ पुल पर वाहनों का परिचालन बंद करना पड़ गया है। जुगाड़ पुल के बंद होने के साथ ही एक बार फिर यहां नाव की सवारी करनी शुरू हो गई।
इसके साथ ही शनिवार की शाम से सहरसा सहित कोशी क्षेत्र का पटना सहित अन्य भागों से कट गया और कोसी क्षेत्र की लाखों की आबादी का राज्य मुख्यालय से सीधा संपर्क भंग हो गया है।
यहां बताते चलें कि कोसी व बागमती नदी के संगम स्थल पर बने क्षतिग्रस्त डुमरी पुल का निर्माण किया जा रहा है। डुमरी पुल के सामानांतर नाविकों द्वारा नावों को जोड़कर जुगाड़ पुल का निर्माण किया गया था। इस पर चार चक्के की गाड़ियों से लेकर टू व्हीलर और पैदल यात्री आवागमन करते थे। कोसी व बागमती नदी के दो भागों में बंटे रहने के कारण जुगाड़ पुल भी दो भागों में बना हुआ था।
कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण शनिवार की सुबह ही एप्रोच पथ पर पानी चल गया था। हालांकि नाविकों द्वारा एप्रोच पथ को बचाने का भरपूर प्रयास किया गया लेकिन शाम को जुगाड़ पुल के बीच का एप्रोच पथ फिर बह गया।
सूचना मिलते ही स्थानिय पदाधिकारी जुगाड़ पुल पर पहुंच कर इसका जायजा लिया। पदाधिकारी का कहना है कि बारिश का पानी आने के कारण कोशी का जलस्तर बढ़ा है। अभी जुगाड़ पुल नहीं खोलने को कहा गया है। अगर एक दो दिन में पानी घट जाएगा तो फिर से जुगाड़ पुल को चालू किया जा सकता है।
अभार- लाईव हिन्दुस्तान