जिलाधिकारी ने बनमा-ईटहरी प्रखंड,अंचल सहित विभिन्न स्कूलों का की निरीक्षण


उर्दू मध्य विद्यालय में वर्ग छ के बच्चे नहीं दे पाए आसान सवालों के जवाब


सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती।


सहरसा जिले के जिलाधिकारी सुश्री शैलजा शर्मा ने गुरुवार को बनमा-ईटहरी प्रखंड के प्रखंड कार्यालय, अंचल कार्यालय सहित स्कूलों का गुरूवार को औचक निरीक्षण की। निरीक्षण से हड़कंप मच गया। 

वहीं स्कूल के निरीक्षण क्रम में स्वयं स्कूल में बने एमडीएम खाना खा शिक्षक की भूमिका में आ गई। 
स्कूली बच्चों से कई सवाल जवाब करते नजर आए।
डीएम सुश्री शैलजा शर्मा ने प्रखंड कार्यालय जाने के क्रम में कुसमी गांव सड़क किनारे स्थित उर्दू मध्य विद्यालय का निरीक्षण की । निरीक्षण के दौरान स्कूली बच्चे एमडीएम का खाना खा रहे थे। बच्चों के थाली में भात, दाल एवं आलू की सब्जी परोसा हुआ था। जिस आलू की सब्जी में झिंगा मिला हुआ था। डीएम ने खाना देखकर बच्चों से अन्य दिनों परोसे जाने वाली खाना की जानकारी ली। बच्चों से पूछा गया कि मीनू के अनुसार खाना आप लोगों को मिलता है, खाना में हरी सब्जी मिलता है। इसके बाद सभी शिक्षकों को बुलाकर शिक्षकों की उपस्थिति की गिनती किया गया। 

कक्ष 6 में जाकर डीएम ने शिक्षक की भूमिका में बच्चों से कई सवाल जवाब की। डीएम ने विज्ञान विषय पर आधारित सवाल में पूछा कि विटामिन किस किस चीज में पाया जाता है, हरी सब्जी में कौन सा प्रोटिन होता है सहित पढ़ाई-लिखाई की जानकारी लिया। जिस पर बच्चों ने एक भी सवाल का जवाब नहीं दे पाया। 


डीएम ने कहा शिक्षक कक्षा में नहीं पढ़ाते हैं क्या ? वहीं बच्चों से नियमित स्कूल आने व ड्रेस पहन कर स्कूल आने एवं घर से पढ़ कर किताब आने व होमवर्क तैयारी कर आने की सलाह दी। 


जब खाना चखी तो बोली –

डीएम ने हेडमास्टर से खाना मंगवाया और खाना को चखा भी। खाना चखने के बाद उन्होंने कहा कि दाल, सब्जी में नमक की मात्रा ज्यादा है और सब्जी में हरी सब्जी नजर नहीं आ रहा है। डीएम ने स्कूल के हेडमास्टर मो अशरफ अली से खाना में सुधार लाने का निर्देश दिए। उन्होंने पूछा कि स्कूल में कितने बच्चे नामांकित और उपस्थित है। जिस पर हेडमास्टर ने बताया कि 581 बच्चे नामांकित है और करीब 50 प्रतिशत बच्चे उपस्थित है। 

निरीक्षण कर वापस लौटने पर ज्यों ही डीएम ने सड़क पर खड़ी अपने वाहन पर बैठे कि इसी दौरान दो दर्जन से भी अधिक संख्या में स्कूली बच्चों सड़क पर आकर डीएम के वाहन को आगे से घेरने का प्रयास किया और भवन की मांग करने लगे। हालांकि कोई कुछ समझ पाते इससे पहले ही डीएम के साथ चल रहे सुरक्षा कर्मियों ने बच्चों की मांग सुन बच्चों को हटने व स्कूल जाने को कहा। तब बच्चे स्कूल चले गए।

स्कूल निरीक्षण के बाद डीएम की काफिला सीधा प्रखंड कार्यालय पहुंचा। जहां डीएम ने बीडीओ चन्द्रगुप्त कुमार बैठा को निर्देश देते हुए कहा कि आगामी 2 अक्टूबर तक में पूरे प्रखंड को स्वच्छता अभियान के तहत ओडीएफ घोषित करना सुनिश्चित करें अन्यथा नपे जाएंगे। शौचालय निर्माण की गतिविधियों की जानकारी ली। सीओ अक्षयवट तिवारी से उन्होंने प्रखंड कार्यालय सहित विभिन्न कार्यालयों के लिए अधिकृत की गई जमीन की अध्यतन रिपोर्ट की मांग किया। जिस पर सीओ ने उपलब्ध रहने से इंकार किया। डीएम ने फटकार लगाते हुए उसकी रिपोर्ट जिला में उपलब्ध कराने का निर्देश दिए।