डीपीओ,सीओ,बीईओ की उपस्थिति में थानाध्यक्ष ने जप्ती सुची बना मामले की जांच की शुरू 

गत दिनों मध्य विद्यालय सुगमा में स्कूल में चावल रहते अभाव दिखा बंद कर रखा था एमडीएम

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) से ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-

गत दिनों अनुमंडल क्षेत्र के बनमा-ईटहरी प्रखंड स्थित मध्य विद्यालय सुगमा में एचएम द्वारा स्कूल में चावल रहते चावल का अभाव दिखा एमडीएम बंद कर दिये जाने के मामले को लेकर सील किये गये कमड़े का ताला खोल चावल को पुलिस ने जप्त कर अग्रतर कार्यवाही शुरू कर दिया है।

बुधवार को एमडीएम प्रभारी मनोज कुमार, अंचलाधिकारी संजय कुमार, बीईओ मिथिलेश कुमार सिंह के समक्ष बनमा ओपीध्यक्ष प्रभाष कुमार ने विद्यालय का ताला खोल व तोड़ कर करीब 28 बोरा में रखे करीब 14 क्विंटल चावल को जप्त किया गया।
                             
मामले को लेकर डीपीओ सहरसा मनोज कुमार, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी मिथिलेश कुमार सिंह, अंचलाधिकारी संजय कुमार महतो, एवं विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष सुमन कुमार सिंह, पंचायत के सरपंच चंदन कुमार, डीआरतपी संतकुमार भारती, विद्यालय के तत्तकाल प्रभारी प्रधानाध्यापक सुधीर कुमार एवं विद्यालय शिक्षा समिति सचिव प्रीति देवी, के मौजूदगी में डीपीओ ने सील किए गए चावल को प्राथमिकी दर्ज करने के बाद ओपी अध्यक्ष को सुपुर्द किया, उन्होंने बताया कि विद्यालय में मध्यान भोजन के चावल 29 बोरा चावल के रहते हुए एमडीएम पंजी में शुन्य बताकर चावल को बेचने का प्लानिंग किया जा रहा था। जिसकी गुप्त सूचना पर 1 सप्ताह पूर्व जिला मध्यान भोजन प्रभारी ने विद्यालय में छापेमारी कर रखे जय 29 बोरा चावल को कालाबाजारी की चावल मानते हुए सील कर दिए थे। जांच उपरांत विद्यालय प्रधानाध्यापक घनश्याम पंडित को दोषी पाए जाने पर ओपी में आवेदन देकर दर्ज करवाया गया था।

लेकिन प्राथमिकी दर्ज करने के बाद से विद्यालय प्रधानाध्यापक धनश्याम पंडित विद्यालय छोड़कर फरार चल रहे हैं। जिसको लेकर बीईओ चिंतीत हैं। मौके पर ग्रामीण छतरी यादव सुशील पासवान हमने सिंह सावन सिंह सुमन सिंह रंजीत चौधरी चंदन पासवान आदि मौजूद थे। इस बाबत प्रधानाध्यापक घनश्याम पंडित ने बताया कि एमडीएम में चलाए गए चावल से बचा हुआ कुछ चावल जप्त किया गया।