सिमरी बख़्तियारपुर अनुमंडल में कर रहा है 20 करोड़ से ज्यादा का कारोबार
माईक्रो फाईनेन्स कंम्पनी के एजेंट अक्सर होते है लूट का शिकार
निजी फाइनेंस कंपनी एसकेएस का-हाल ए-कार्यालय
सिमरी बख़्तियारपुर (सहरसा) से ब्रजेश भारती की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट :-
ना कोई आफिस का बोर्ड ना ही कोई सुरक्षा गार्ड,भेड़ बकरी की तरह खड़े ग्राहक यह हाले बयां है सिमरी बख्तियारपुर शर्मा चौक स्थित एसकेएस फाईनेन्स कंम्पनी के दफ्तर का।
इसीकम्पनी के एक कलेक्सन एजेंट से गत 23 जनवरी को बनमा-ईटहरी ओपी क्षेत्र में लूट की घटना को अंजाम बाईक सवार हथियारबंद आपराधियों ने दिया है।
विगत 5 साल से ज्यादा समय से कई निजी फाईनेन्स कंपनी सिमरी बख़्तियारपुर में कार्य कर रही है। बहुतों कम्पनीओं के बारे में स्थानीय प्रशासन को जानकारी तक नही है वह यहां कारोबार कर रही हैं। जब कोई घटना इस कम्पनीओं के कर्मीयों के साथ घटित हो जाती है तब जा के प्रशासन के लिये परेशानी का सवब बनती है। बनमा-ईटहरी में घटित घटना एक मात्र उदाहरण है।
अब बात करें इस कम्पनी के बारे में तो यह कम्पनी सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल क्षेत्र सहित सौनवर्षाराज प्रखंड में 20 करोड़ से ज्यादा का कारोबार कर रहा है।
पहलेएसकेएस के से चलता था जो नाम बदल कर हुआ भारत फाइनांशियल इंक्लूसिन प्राइवेट लिमिटेड। अगर कार्यालय को देखेंगे तो किसी बूचड़खाना से कम नजर नही आयेगा। न ठीक से स्टाफ की बैठने की जगह ना ही ग्राहक के खड़े होने का स्थान फिर भी कर रहा हैं कारोबार।इतना ही नही कही कोई सीसीटीवी कैमरा नही लगा है जिससे कोई घटना होने पर कोई सुराग मिल सके।
क्या है फाइनैंशल कंपनी-
यह एक सहायता समूह के जरिये महिलाये को ऋण उपल्बध कराती है एवं सूद के साथ हर महीने रुपए वसूली करता है। एक महिला को 20 से 30 हजार रुपए देती है। महिला को दिया गया रुपए हर सप्ताह मीटिंग बुलाकर वसूली करता है।
इस कम्पनी का कार्य क्षेत्र –
कंपनी कर्मीयों के अनुसार सिमरी बख़्तियारपुर इनका कार्यालय है। इस कार्यालय से 25 किलोमीटर चारो दिशाएं आने वाले क्षेत्र में कार्य संचालित है। चार प्रखंड सिमरी बख़्तियारपुर, सलखुआ, बनमा इटहरी एवं सोनबरसा राज इसका कार्य क्षेत्र है। चारो प्रखंड में इस कंपनी के 250 सेंटर कर रहा है। जबकि एक सेंटर में 50 महिला होता है। कंपनी 10 या 12 महिलाये का एक समूह बनाती है। इस समूह में प्रत्येक महिला को 20 से 25 हजार रुपए ऋण देती है। फिर हर सप्ताह सभी महिला का बैठक होता है एवं क़िस्त की दर से रुपए की वसूली होती है। इनके वसूली अभिकर्ता सभी सेंटर में पहुच कर मीटिंग कर रुपए की वसूली करता है।
नही है सुरक्षा का कोई इंतजाम-
नगर पंचायत के शर्मा चौक के समीप पुराना टेलिफोन एक्सचेंज भवन के उपरी तल भवन में कार्यरत ये कंपनी के सुरक्षा भगवान भरोसे है। ना तो ठीक से संचालित कार्यालय है। एवं ना ही अन्य कोई साधन। ना गार्ड है एवं ना ही कही सीसीटीवी लगा है। महिला आती है लोन लेने तो उन्हें बैठने तक कि जगह नही है।
एजेंट के साथ हुई लूट के बाद कंपनी पर उठ रहा है कई सवाल-
मंगलवार 23 जनवरी को बनमा इटहरी ओपी के बनमा-सुगमा सड़क के बादशाहनगर पल के समीप इसी कंपनी के एक वसूली अभिकर्ता से 1 लाख 45 हजार रुपये लूट लिया। लूट के शिकार बने कंपनी के सिकेन्द्र कुमार मंडल ने पुलिस को दिए आवेदन में आरोप लगाया कि जब वह प्रियनगर में मीटिंग कर वापस सिमरी बख़्तियारपुर जा रहे थे तो पुल के समीप एक मोटर सायकिल पर सवार तीन युवक ने पिस्टल दिखाकर रुपए, मोबाइल सहित कई समान लूट लिया। सवाल है कि सिर्फ रुपए लुटा, जब अपराधी तीन था तो मोटर सायकिल कैसे छोड़ दिया। जबकि अभिकर्ता अकेले उस सुनसान जगह पर था। पुलिस भी इस लूट को संदेह से देख रही है।
पुलिस के अनुसार इससे पूर्व भी इसी प्रियनगर के आमीप एक सीएसपी वाले ने लूट का झूठा शडयंत्र रचा, बाद में उनका पर्दाफाश हुआ। ये वसूली एजेंट भी कंपनी का रुपए गमन करने के उद्देस्य से इस तरह का शंडयंत्र रच रहा है।
क्या कहते है फाइनेंस कंपनी के शाखा प्रबंधक-
शाखा प्रबंधक ओमप्रकाश कुमार ने बताया कि सुरक्षा का व्यवस्था मेरे स्तर से नही बल्कि कंपनी के स्तर से संभव है। स्थानीय प्रशासन को इसकी सूचना दिया जाता है।
क्या कहते है एसडीपीओ –
सिमरी बख्तियारपुर एसडीपीओ अजय नारायण यादव से जब इस संबंध में जानना चाहा तो कहा गया कि सीधे तोर पर हमलोगो को बैंकिंग स्तर की जानकारी नही दी जाती है। एजेंट के साथ घटित घटना की जांच की जा रही हैं। जल्द सच्चाई सामने होगी।