सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) से ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-
जब से लगभग सभी बैंकों ने गांव व कस्बों में ग्राहक सुविधा का ख्याल रखते हुये ग्राहक सेवा केन्द्र खोला है तब से सुविधा तो खाताधारी को मिला है लेकिन अनपढ़ खाताधारी ठगी का शिकार भी कम नही हो रहा हैं।
इसतरह का ठगी का शिकार होने की शिकायत सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल क्षेत्र में देखने को मिल रहा हैं लेकिन कार्यवाही के नाम पर ग्राहक प्रत्येक दिन बैंक का चक्कर लगाने को मजबुर है परिणाम शुन्य मिलता है।
ताजा मामला बनमा-ईटहरी प्रखण्ड के सरबैला गांव से सामने आया है। यहां के एक खाताधारी महादलित बुधन सादा कई माह से बैंक का चक्कर रूपये वापस के लिये लगा रहा परिणाम शुन्य मिल रहा हैं। बुधन सादा ने अधिनस्त ग्रामीण बैंक तैलियाहाट के शाखा प्रबंध को लिखित शिकायत भी की लेकिन अब तक कुछ परिणाम नही मिला है
बुधन सादा अपने ग्रामीण बैंक के खाता ××××5903 गत वर्ष 25 जनवरी को अंतिम बार लेन देन किया था। लेकिन इस बीच 14 जून को उसके खाते से दो बार 2124 रूपये की राशि की निकासी हो गई। अब बुधन सादा बैंक व सीएसपी केन्द्र का चक्कर लगा रहा हैं।
बुधन सादा कोई एक मामला नही है इससे पहले हालिया एक ताजा मामला सिमरी बख्तियारपुर प्रखण्ड के तरियामा पंचायत से भी सामने आया।
इस पंचायत के वार्ड नं 14 निवासी पीड़ीता त्रिफुला देवी ने शाखा प्रबंधक ग्रामीण बैंक पहाड़पुर को इस संबंध में एक शिकायत पत्र प्रेषित कर न्याय की गुहार लगाते हुये कही थी कि उपरोक्त केन्द्र के संचालक ने उसके खाता संख्या ××××××9953 से बिना जानकारी के ही 22 सौ रूपये की निकासी कर लिया।आजतक वह रूपये वापसी का इंतजार ही कर रही हैं।
क्या कहते शाखा प्रबंधक-
उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक तैलियाहाट के शाखा प्रबंधक दिलीप कुमार गुप्ता ने बताया कि हमारे बैंक से निकासी नही हुई है। किसी दूसरे केंद्र से हुई है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही कुछ पता चल पाएगा।
ग्राहक सेवा केंद्र कर्मी करते है मनमानी-
जितने भी बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र है लगभग सभी केंद्र से इस तरह की शिकायतें आ रही है। ग्राहक से अंगूठा लेकर अधिक राशि की निकासी कर लेता है, बाद में फिर ग्राहक बैंक-बैंक चक्कर लगाता है।
सीएम के विकास यात्रा में भी मिली थी शिकायत-
पिछले दिनों सुबे के मुखिया नीतीश कुमार के विकास यात्रा के दौरान सुपौल में समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी को ग्राहक सेवा केंद्र की जांच करने का आदेश दिया। समीक्षा के क्रम में सुपौल में जनप्रतिनिधि ने सीएम से शिकायत किया था कि ग्राहक सेवा केंद्र वाले अनपढ़ एवं दलित से ज्यादा राशि भोचर पर भरवाकर लाभुक को कम रुपए देता है।