जदयू की सभा में राजद विधायक ने जय महागठबंधन बोल जोरदार अपनी उपस्थिती दर्ज कराई
सहरसा में चार मासुमों की मौत पर मौन धारण कर गये सीएम
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच एक घंटा तक चला कार्यक्रम
सभा स्थल सुलिंदाबाद से लौटकर ब्रजेश भारती/ भार्गव भारद्वाज की रिपोर्ट :-
गुरूवार का दिन सहरसा जिले के इतिहास में दर्ज दो बातों को लेकर हो गया एक और जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सात निश्चय योजना के समीक्षा यात्रा पर सुलिंदाबाद में थे वही सहरसा सदर में चार मासुमों की मौत बिजली की करंट से हो जाने के बाद पुरा शहर मातम में हो गई।
सबसे पहले बात करें मुख्यमंत्री के समीक्षा यात्रा की तो 2 बज कर 50 मिनट पर मुख्यमंत्री का दो हेलीकाप्टरों से सुलिंदाबाद स्थित एकलव्या विद्यालय के बगल स्थित मैदान में आगमन हुआ।
सबसे पहले मुख्यमंत्री का काफिला सात निश्चय योजानों को देखने पंचायत के वार्ड नं पांच पहुंचें। वहां से सीधे मुख्यमंत्री सभा स्थल स्थित मंच पर बिराजमान हुये। पुष्पमाला से मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया।
स्वागत उपरांत मंच पर ही स्वंय मुख्यमंत्री ने अपने हाथों चाय में शक्कर मिला कड़ाके की ठंड का मजा चाय की चुस्कीयों से शुरू किया।
इस बीच सुबें के पुलिस महानिगदेशक पी के ठाकुर शराब बंदी की उपल्बधीयों का बखान मंच से कर रहें थे। उनके संबोधन उपरांत राज्य के विकास आयुक्त शीशीर सिन्हा ने संबोधित किया।
इस के बाद स्थानिय राजद विधायक अरूण यादव को मंच संबोधित करने का मौका मिला। फिर क्या था सरकार को सुबें के वर्तमान बदत्तर हालत से रू-ब-रू कर अपने उपस्थिती का परिचय जोरदार ढ़ंग से दे डाला। उन्होनें मुख्यमंत्री का ध्यान विभिन्न अधुरे विकास कार्यो पर दिलाया। जय महागठबंधन के साथ अपनी बानी को वे बिराम दी।
सिमरी बख्तियारपुर के विधायक सह सुबें के आपदा मंत्री दिनेश चन्द्र यादव ने अपने संबोधन में सरकार के विकास कार्यो का बखान करते हुये कहा कि इस ईलाके में बड़ी रेललाईन का तौफा नीतीश कुमार की ही देन हैं। कोशी का ईलाका विभिन्न क्षेत्रों से कटा हुआ था उसे जोड़ने का काम महासेतू निर्माण करवा कर किया गया। विकास के मामले में आजादी के बाद पहला ये मुख्यमंत्री है जो कई हजार करोड़ की योजनाओ से पुर्ण करवाये।
सरकार के मुखिया नीतीश कुमार दयालू है जो सुबें के विकास के लिये कृत्य संक्लपित हैं। करीब दस मिनटों के अपने संबोधन में विभिन्न विकास योजनाओ को गिना दी।
वही सभी लोगों की नजर सुबें के मुखिया के संबोधन पर टिकी थी कि सब कुछ बोलने के बाद सहरसा सदर में हुये चार मासुमों की मौत पर दो बोल बोलेंगे लेकिन ये नही होने से लोगो में निराशा देखी गई।
यहां बताते चले कि गुरूवार को सदर बाजार के बीडी रोड स्थित होटल गली में एक ही परिवार के तीन मासुमों की मौत बिजली की करंट प्रवाहित तार की चपेट में आ जाने से हो गई। ये सभी मासुम एक जनवरी से गायब नौ वर्षीय चिराग नामक बालक का शव देखने रेलवे ट्रेक के समीप गया था कि हादसा हो गई। इस घटना से आक्रोशित लोगो ने समुचे शहर को रनक्षेत्र में बदल विरोध प्रदर्शन किया।