एम,वाई समीकरण व ठंड को लोग मान रहें हैं विफलता का मुख्य वजह


कई कारणों की वजह से लोगों में नही दिखा उत्साह

सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) से ब्रजेश भारती

बालविवाह एवं दहेज प्रथा समाप्त करने के खिलाफ संकल्प के लिये रविवार 21 जनवरी को बनाया गया मानव श्रृंखला पुरी तरह सफल नही रहा। लोग इस वार की श्रृंखला को मिला जुला मान रहें हैं।

इस बार इस अनुमंडल क्षेत्र में 51 किलोमीटर मानव श्रृंखला बनाई गई।सुगमा चौक से लेकर एनएच 107 के बलवाहाट से बरियाही बाजार की ओर श्रृंखला बनी। हलांकि मानव श्रृंखला को सफल बनाने के लिये सुबह से ही पदाधिकारीयों सहित जनप्रतिनिधीयों की भागीदारी नजर आई।लेकिन लोग घरों में दुबके रहना ही मुनासीब समझा।

मानव श्रृंखला आखों देखी –

यू तो लोग श्रृंखला में भाग लेने के लिये ग्यारह बजे से ही सड़क पर पहुंच गये लेकिन संख्या इतनी नही नजर आई को एक दुसरे को हाथ पकड़ श्रृंखला बना सके। नप पंचायत के पुरानी बाजार से बलवाहाट की ओर जब सोनभद्र एक्सप्रेस की टीम निकली तो पुरानी बाजार से आगे मखाना बाजार के समीप महखड़ मुखिया शगुफ्ता प्रवीण के प्रतिनिधि फिरोज आलम अपने समर्थकों के साथ नजर आये उसके बाद जैसे ही आगे बढ़े सड़क विरान नजर आया। भौरा चौक पर कुछ संख्या दिखी फिर सड़क सुन। भौरा के आगे लोहा पुल के पश्चिम जीविका दीदी नजर आई फिर विरान सड़के।  भिखा गाछी के समीप कुछेक लोग नजर के बाद सरडीहा पंचायत की सीमा शुरूआत के साथ यत्र तत्र लोग नजर आये सबसे आश्चर्य बलथी से आगे जुमनिया चौक पर दिखा यहां लोग नदारद नजर आये हलांकि उससे आगे कुछ जनप्रतिनिधी हाथ में हाथ डाल फोटो खींचवाते नजर आ गये। मध्य विद्यालय जमुनियां के आगे कुछ लोग दिखे। फिर छींट फुट लोग नजर आये। बिनपुरा जाने वाली चौक पर लोगों की संख्या दिखी। उससे आगे हाल भी पीछे से बढिया नही दिखा।

विफलता के कई कारण – 

विगत वर्ष की तुलना में इस बार मानव की श्रृंखला नही बन सकी। कहीं भी कतार बद्ध श्रृंखला नही बन सकी। कई कारणों को विफलता का कारण माना जा रहा हैं जिनमें एम वाई समीकरण,ठंड व लोगो में उत्साह,मुखिया की उदासीनता आदि सामिल है।

एम वाई समीकरण – 

रविवार को आहुत मानव श्रृंखला सफल नही होने के कई कारणों में एक कारण एम वाई समीकरण यानि मुस्लीम व यादव जाति खास करके लालू समर्थकों का विरोध भी रहा। राजद समर्थित लोग पुरी तरह से मानव श्रृंखला से अपने को अलग रखा।

मौसम ने भी साथ नही दिया-

रविवार को भी मौसम की बेरुखी जारी रहा। जब लोगो को घर से निकलने को हुई ठंढ की पछिया हवा के एकाएक जोर पकड़ लिया, जिन कारण भी कई लोग घर से नही निकले। जो भी घर से निकले उसे भी ठीक से लाइन में खड़ा नही रहा जा रहा था। जिन कारण कई जगह लोग ढूंढने से भी नही मिला।

कार्यरत कर्मी हाजिरी बनाने में ही व्यस्त रहे- 

एक सेक्टर एवं एक जोनल में लगभग एक दर्जन पदाधिकारी एवं कर्मी को लगाया गया। लेकिन सेक्टर में कार्यरत कर्मी सिर्फ हाजिरी बनाने में ही व्यस्त रहा। जो लोग स्थल पर पहुचे उन्हें कतार में खड़ा करने में कोई भी कर्मी ने रुचि नही दिखाया। कारण ये रहा कि जो लोग स्थल पर पहुचे एक ही जगह खड़ा रहा उसे भी कतार में खड़ा नही कर सका।

जीविका महिला का एक बार फिर रहा दमदार उपस्थिति-

श्रृंखला में जीविका दीदी ने एक बार फिर अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराया। जहा भी लंबी कतार नजर आया उसमे अधिकांस जगह जीविका का ही उपस्थिति बना रहा। श्रृंखला में सबसे ज्यादा इस बार भी महिलाये ने अपना दमदार प्रदर्शन किया। जहा भी कतारे नजर आया वहां सिर्फ महिलाये एवं स्कूली बच्चे नजर आये। कई जगहों पर स्कूली बच्चे का भी लंबी कतारें लगा रहा।