सहरसा : ब्रजेश भारती की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट :-
केन्द्र सरकार के हज सब्सिडी पर केन्द्रीय हज कमिटी के चैयरमैन सह खगड़िया सांसद चौधरी महबूब अली कैसर ने ताजा बयान जारी कर इसका समर्थन किया है।
हज पर केंद्र सरकार हर साल करीब 700 करोड़ रूपये खर्च करती थी। सुप्रीम कोर्ट ने भी साल 2012 में ही इसे धीरे-धीरे ख़त्म करने का निर्देश दिया था। केंद्र सरकार का अब कहना है कि यह राशि मुस्लिम बच्चियों की शिक्षा पर खर्च की जायेगी।
कैसर बोले – सब्सिडी का फायदा उठा रहे थे एजेंट –
इसकी जानकारी देते हुए चौ.महबूब अली कैसर ने कहा कि हज सब्सिडी के फंड को मुस्लिम लड़कियों और महिलाओं को शिक्षा उपलब्ध कराने पर खर्च किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सब्सिडी का फायदा एजेंट्स उठा रहे थे इसलिए हज सब्सिडी बंद कर दी गई है।गरीब मुस्लिमों के लिए अलग व्यवस्था की जाएगी।केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी पिछले दिनों इस ओर कदम उठाए जाने की तरफ इशारा करते हुए कहा था कि हज सब्सिडी से बचने वाली राशि मुस्लिम लड़कियों की शिक्षा पर खर्च की जाएगी।
इस साल सबसे ज्यादा हज यात्री –
सांसद प्रतिनिधि राकेश कुमार सिंह ने कहा कि सब्सिडी ख़त्म होने के बाद अब इस साल पहली बार 1.75 लाख मुस्लिम बिना सब्सिडी के हज पर जाएंगे।हाल ही में सऊदी अरब ने भारतीय यात्रियों के लिए कोटा 5 हजार और बढ़ा दिया है।अब कुल 1.75 लाख भारतीय नागरिक हज की यात्रा पर जा सकते हैं।