एसटीएफ के इनपुट पर हाजीपुर स्टेशन से हुआ गिरफ्तार

गिरफ्तार धर्मवीर यादव के पास से हथियार व गांजा बरामद

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) से ब्रजेश भारती की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट :-

कोशी दियारा क्षेत्र के फरकिया का कुख्यात अपराधी रामानंद यादव का पुत्र सह जाप विधायक प्रत्याशी धर्मवीर यादव को पटना एसटीएफ की इनपुट पर वैशाली पुलिस ने हाजीपुर रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया है।उसके पास से कई किलो गांजा और हथियार भी बरामद किया गया है।

गिरफ्तारी की खबर दियारा क्षेत्र में मिलने के बाद परिजनों में मायुसी छा गई हैं। वही धर्मवीर समर्थकों में मायूशी देखी जा रही हैं। फिलहाल पुलिस गिरफ्तार कर मामले की छानबीन में जुट गई है।

अलौली पैक्स अध्यक्ष राजेश यादव हत्याकांड में है आरोपी- 

हाजीपुर स्टेशन के पास से गिरफ्तार जाप नेता धर्मवीर यादव पर खगड़िया जिले के अलौली के पैक्स अध्यक्ष राजेश यादव हत्याकांड का आरोप है और इस मामले में खगड़िया पुलिस सहित एसटीएफ कई महीनों से इसकी तलाश में थी। पैक्स अध्यक्ष राजेश कुमार की हत्या 29 जून 2016 की देर शाम अलौली पुस्तकालय चौक से घर की ओर जाने के दौरान रास्ते में कर दी गई थी। इस मामले में मृतक के परिजनों ने धर्मवीर यादव के अलावे धर्मवीर के पिता रामानंद यादव और छोटे भाई रौशन यादव आदि के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
इसके साथ ही सलखुआ थाना के चिड़ैया ओपी में भी धर्मवीर पर मामला दर्ज है।

सिमरी बख्तियारपुर से जाप पार्टी से लड़ चूका है विधायक का चुनाव –

हाजीपुर से गिरफ्तार धर्मवीर यादव सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा सीट से इस बार विधानसभा चुनाव भी लड़ चुका है।चुनाव आयोग को दिए एफिडेविट में धर्मवीर ने अपने आपको किसान और शैक्षणिक योग्यता नवमी पास बताया है।धर्मवीर यादव ने एफिडेविट में मात्र एक मोटर साईकिल के साथ – साथ सोना, चांदी, टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन होने की चुनाव आयोग को जानकारी दी है।यहां यह बता दे कि धर्मवीर यादव की पत्नी शिक्षिका है।वही धर्मवीर के पिता रामानंद यादव लोकसभा चुनाव और माँ फूलन देवी जिला परिषद चुनाव लड़ चुकी है।

दियारा में पहलवान के नाम से जाने जाते है धर्मवीर के पिता –

कोशी दियारा क्षेत्र में पहलवान के नाम से विख्यात रामानंद यादव गरीबों के मसीहा के रूप में जाने जाने के साथ नक्सलियों के कट्टर दुश्मनों में गिनती होती है।गरीबों के हक हमेशा आवाज बुलंद करने की वजह से ही हमेशा राजनेतिक के विभिन्न पदों पर काबिल रहें। कालांतर में कई अपराधी गिरोह के साथ इनका सामना हो गिरोह अपना आघार खो गया लेकिन यह आज भी दियारा में कायम है।