बच्चा भारती व रौनक प्रवीण के नज्म व गजल की फन पर रात भर नोटो की होती रही बारिश

सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-

प्रखंड के नगर पंचायत अंतर्गत रानीहाट डीएसपी आफिस के पीछे स्थित मैदान में शनिवार को कव्वाली का महा-मुकाबला का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत सहरसा के राजद विधायक अरुण यादव, राजद जिलाध्यक्ष जफर आलम, भाजपा नेता रितेश रंजन, नप अध्यक्ष प्रतिनिधि मोजाहिर आलम, नप उपाध्यक्ष विकास कुमार, राजद नेता विनोद यादव,  राजद प्रखंड अध्यक्ष हैलाल असरफ, आलमगीर तूफानी,र राजद नेता बरकत अली,वार्ड पार्षद नरेश निराला आदि ने फीता काट कर किया।

उद्धाटन उपरांत राजद विधायक अरुण यादव ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जियालाल बाबू की यह धरती सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल रही है।
वही जफर आलम ने कहा कि दुनिया में दुसरो की मदद करना ही असली इस्लाम है।उन्होंने कहा कि यतीमों की मदद करें और यतीमो की मदद करना ही असली ईद है।

वही भाजपा नेता रितेश रंजन ने कहा कि आज के समय में भेदभाव की राजनीति छोड़ प्यार की राह पर चले और हिंदू – मुसलमान की सोच त्याग कर इंसान बने।

उद्धाटन उपरांत कव्वाली में बच्चा भारती और रौनक प्रवीण के बीच जबरदस्त मुकाबला का हुआ।दोनों कव्वालों ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से उपस्थित जनसमूह को झूमने पर मजबूर कर दिया।
कार्यक्रम इतना शानदार रहा कि दोनों कव्वालों के बीच मुकाबला सुबह पांच बजे तक चला।

कार्यक्रम की शुरुआत रौनक प्रवीण ने नजर में समाना अकेले – अकेले और मेरे दिल में आना अकेले – अकेले से हुई।जिसे सुन दर्शक वाहवाही कर उठे।

रौनक प्रवीण ने अगला नज्म पेश करते हुए कहा कि इधर भी नजर है, उधर भी नजर है।नजर है नजरिया , नजर ही नजर है और जब हमारे दर्द से जब तुमको वास्ता ही नही है तो फिर नजर से नजर क्यों मिलाई जाती है.वही कव्वाल बच्चा भारती ने कहा कि मेरे

वतन की खुशहाली हो,
हर आंगन्न में दिवाली हो।

ऐसा करिश्मा मौला दिखा दे और
दुश्मन को भी दोस्त बना दे।इसके बाद बच्चा भारती ने कहा कि कोई जानता है तो क्या जानता है,
मोहम्मद का रुतबा खुदा जानता है।उसके बाद भारती ने कहा कि जर्रे को चट्टान को बना दे या अल्लाह, वहसी है इंसान बना दे या अल्लाह.हिन्दू मुस्लिम खाये एक थाली में, ऐसा हिंदुस्तान बना दे या अल्लाह।
सहित दर्जनों शायरों व नज्मों से रात भर दर्शक झुमते रहें। इस कार्यक्रम में रात भर दर्शक कव्वाली का मनोरंजन लेते रहें।

कार्यक्रम को सफल बनाने में मो अब्बास शाह,मो सिकन्दर,मो हसनैन मोहसीन,मो ऐनुल,मो सहजाद,मो मन्नान,मो इकबाल,मो निशाद,मो मुन्ना,शहंसा,लंडन,हनीफा,मो आमिर आदि सामिल रहें।