चार वर्ष पुर्व हुआ था निकाह,पांच लाख से अधिक हुआ था खर्च

समझौता नामा को भी नही मानता आरोपी पक्ष 

सिमरी बख्तियारपर(सहरसा) से ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-

बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के भौरहा गांव में एक मुस्लिम विवाहिता युवती को मायके से मोटरसाईकिल नही लाने पर घर से निकाल दुसरी निकाह कर लेने का मामला सामने आया हैं।

पीड़ीता ने बख्तियारपुर पुलिस से न्याय की गुहार लगाते हुये इंसाफ का दरवाजा खटखटाया है।
वही बख्तियारपुर पुलिस तत्क्षण आरोपी पति को हिरासत में ले पुछताछ कर रही हैं।

घटना के संबंध में बख्तियारपुर थाना को दिये आवेदन में पीड़ीता ने आरोप लगाई है कि उसकी शादी बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के सिमरी पंचायत अन्तगर्त भौरहा गांव निवासी मो सिराज के पुत्र मो मेराज के साथ वर्ष 13 में मुस्लिम सून्नी रिति रिवाज के साथ हुआ था। निकाह के समय पीड़ीता के पिता ने दैन मोहर के तय राशि 75 हजार रूपये।रूकसदी के समय सलामी के रूप में 21 हजार नगदी,जेवरात,कपड़ा, फर्नीचर सहित 3 लाख रूपये मुल्य के समान के साथ ससुर को नगद के रूप में 61 हजार की राशि दिया था। इतना ही नही पीड़ीता के पिता ने बारात व भोज में करीब ढ़ेड लाख रूपये खर्च भी किया था।

निकाह उपरांत दोनो दम्पति के बीच करीब तीन साल तक वैवाहिक संबंध बहुत ही अच्छा रहा लेकिन उसके बाद ससुराल पक्ष के लोगो ने एक मोटरसाईकिल की मांग करने लगा।मोटरसाईकिल की मांग पुरी नही होने पर मारपीट व प्रताड़ित करने का शिलसिला शुरू कर दी गई। अंत में तंगहार पीड़ीता अपने मायके आ सारी घटना की सूचना घर वालो की दी।

3 अक्टुबर को सरपंच की मौजूदगी में पंचायत कर समझौता नामा कर मामले को समाप्त कर दी गई। लेकिन आरोपी युवक ने पंचायत के दुसरे दिन ही उसी गांव की मो इसरायल की पुत्री अफसाना से निकाह कर लिया। उसके बाबजूद पीड़ीता के पिता ने अपनी बेटी को आरोपी पति के साथ रहने देने को राजी हो गया लेकिन वह नही माना।अंत में थकहार न्याय के लिये पुलिस की शरण में आई।

इस संबंध में बख्तियारपुर थानाध्यक्ष रणबीर कुमार से पुछे जाने पर बताया कि मामले की छानबीन की जा रही हैं।