एमडीएम चावल मामले को कोई देखने वाला नही

60 क्विंटल एमडीएम चावल गबन मामले में नही हुई अबतक कोई कार्यवाही

सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा)  ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-

अनुमंडल क्षेत्र के बनमा-ईटहरी प्रखंड क्षेत्र में 60 क्विंटल एमडीएम चावल मामले में अबतक कोई कार्यवाही नही हुई है।

इस संबंध में वर्तमान बीआरपी बनमा-ईटहरी ने तत्कालीन बीआरपी के विरूद्ध डीपीओ सहरसा को लिखित आवेदन देकर कार्यवाही की मांग किया है। आवेदन में बीआरपी बिलास कुमार ने कहा है कि अगस्त माह में तत्कालीन बीआरपी संत कुमार भारती के द्वारा विद्यालय में वितरण करने हेतु 3 सौ क्विंटल खाद्यान्न का उठाव किया गया था। उठाव के बाद ही विभिन्न विद्यालयों में अगस्त माह में वितरण किया गया। जब सितंबर माह में प्रपत्र ‘क’ में मिलान हेतू वितरण सुची की मांग किया गया तो तात्कालीन बीआरपी संत कुमार भारती ने सुची देने से इंकार कर दिया। जबकि प्रपत्र ‘क’ में कुल 44 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक के द्वारा (280.50) क्विंटल चावल की प्राप्ति हुई है। लेकिन आजतक 59.50 क्विंटल चावल की प्राप्ति की पुष्टि किसी भी विद्यालय के द्वारा आज तक नहीं हो पायी है। जो विभाग के एमआईएस में अपलोड है।

जिसके विरुद्ध बीआरपी बिलास कुमार ने कहा है कि चावल के गबन मामले मे पुर्व में भी आवेदन देकर जांच की मांग की गई थी लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण आजतक जांच नही हो पायी है।बीआरपी ने कहा गया था कि अगस्त माह के खाद्यान्न वितरण में भारी पैमाने पर तात्कालीन बीआरपी के द्वारा गड़बड़ी की गई है जिसका मिलान नहीं हो पाया है। जिसके एवज में विद्यालय के प्रधानाध्यापक खाद्यान्न प्राप्ति नहीं होने की लिखित सुचना भी दिया गया था।

बीआरपी ने पुनः एक बार लिखित आवेदन देकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी से जांच की मांग किया है कहा है कि मेरे द्वारा 17 अक्टूबर को 1 सौ 20 क्विंटल चावल का उठाव कर वितरण करने की सुची सौप दिया गया है। जिसका सत्यापन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार सिंह एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के द्वारा भी किया गया है। पुर्व के कुल साढ़े उनसठ क्विंटल चावल के गबन के मामले को दबाने हेतु भारती के द्वारा दबाने का प्रयास किया जा रहा है।

दिये गये आवेदन में तत्कालीन बीआरपी संत कुमार भारती के उपर उचित कार्रवाई करने की मांग किया है। इस बावत डीपीओ मनोज कुमार ने बताया कि आवेदन प्राप्त है जांचकर कार्यवाही किया जाएगा।