सिमरी,सलखुआ,बनमा-ईटहरी के विभिन्न स्थानों रंगारंग कार्यक्रम आयोजित

सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) Brajesh Bharti

अनुमंडल सहित सहित ग्रामीण क्षेत्रों में उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ ही लोक आस्था का महापर्व छठ शुक्रवार को भक्तिमय माहौल में संपन्न हो गया।

गुरुवार की शाम विभिन्न छठ घाटों पर सूप डाले के साथ अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया गया। उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य के साथ पर्व का समापन हो गया। समापन के बाद व्रतियों ने व्रत का पारण किया और 36 घंटे का निर्जला उपवास समाप्त किया। अर्ध्य अर्पित करने को लेकर छठ घाटों पर आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा।

स्वच्छता की चमक से निखरा घाट –

आस्था के महापर्व छठ के दौरान साफ़-सफाई का विशेष महत्त्व होता है। स्वच्छ्ता के बगैर छठ पूजा की कल्पना ही नहीं की जा सकती। बतौर शहर एवं गांव की सभी सड़कें दुल्हन की तरह सजाई गई।सभी घाटों रौशनी की विशेष व्यवस्था देखी गई। बच्चों में पर्व को लेकर गजब का उत्साह देखा गया।

सद्भाव का संगम स्थली –

घाटों पर प्रायः सद्भाव के साथ संगम स्थली का विहंगम दृश्य देखने को मिलता हैं। यहां प्रांतीय या जातीय भेद-भाव का क्लेश  लेश मात्र भी नहीं रहता। सभी एक सिरे से पंक्तिबद्ध होकर भगवान भास्कर को नमन कर साथ साथ जलार्पण करते हैं। अन्य प्रांतों में रहने वाले लोग भी इस पर्व में अपने पैतृक गांव पहुंच लोगों से मिलते है।

आतिशबाजी से गूंजा शहर व गांव –

जहां एक तरफ विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं एवं व्रतियों की भारी भीड़ दिखी वहीं दूसरी तरफ बच्चों द्वारा जमकर आतिशबाजी भी की गई। पटाखों की आवाज से शहर एवं ग्रामीण इलाका गूंज उठा। हालांकि प्रशासन एवं समितियों द्वारा आतिशबाजी नहीं करने की अपील की जा रही थी। लेकिन लोगो ने इस खुशी में जमकर आतिशबाजी कर पर्व मनाया।

रंग-बिरंगे रोशनी में जगमगा उठा शहर व गांव –

लोग अपने-अपने घाटों पर केला का पेड़ लगाकर उसे फूल, पत्तियों व रंग बिरंगे बल्बों से सजाए थे। दोपहर तीन बजे से ही व्रतियों का घाटों पर आना शुरु हो गया । ज्यों ही शाम हुई कि रंग बिरंगे बल्बों से सुसज्जति छठ घाट जगमगा उठे। छठ घाट की अनुपम छटा दिल अति मनमोहक था।

पारंपरिक गीतों से गुंजायमान रहा शहर –

चार दिनों तक पूरा सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल छठमयय रहा। शहर से लेकर गांव तक  पूरे इलाके में छठ पूजा के पारंपरिक गीत गूंजते रहे। वही विभिन्न स्थानों पर शानदार सास्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया

घाटों पर दिखी बेहतर व्यवस्था –

छठ महापर्व को लेकर शहर के सभी छठ घाटों पर नगर पंचायत व विभिन्न छठ पुजा समितियों ने व्रतियों व श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त रोशनी व सफाई की व्यवस्था की थी। कई जगह समितियों व व्यक्तिगत रूप से भी छठव्रतियों के बीच दूध,फल व अन्य सामग्रियों का वितरण किया गया।

गुलाबी सर्दी का हुआ अहसास –

अहले सुबह उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने घाटों पर पहुंचे लोगों को मौसम की पहली सर्दी का अहसास हुआ। बहुतेरे लोग हल्के ऊनी वस्त्रों को पहन कर घाटों पर पहुंचे थे।सुबह धने कोहरे की छटा देखी गई।कौहरे की वजह से सूर्य के दर्शन में देरी हुई।

अद्भुत सुरक्षा के इंतजाम –

किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए प्रशासन मुस्तैद दिखी। नदी घाटियों सहित सभी चौक चौराहों पर प्रशासन की उत्तम व्यवस्था थी। प्रशासन की देखरेख में आस्था का पर्व छठ शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया।