आये दिन अनुमंडल मुख्यालय पर डीलर के विरूद्ध लाभुकों का होता रहा हैं प्रर्दशन

सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-

सरकार चाहे जो दावे गरीबों के बीच सही सलामत खाद्यान्न पहुंचाने का कर ले लेकिन अंतिम पायदान पर पहुंचते-पहुंचते यह दम तोड़ देती है।

आये दिन खाद्यान्न नही मिलने या डीलर के मनमानी रवैये का शिकायत लाभुक करते रहते है यहां तक की डीलर के विरूद्ध लाभुकों का जमकर नारेबाजी व प्रर्दशन भी होता है लेकिन फिर भी वितरण में धांधली रूकने का नाम नही लेती है।। हलांकि कुछ मामले में जब डीलर पर कठोर कार्यवाही होती है तो कुछ समय के लिये हड़कंप मचता है लेकिन फिर वही ढाक के तीन पात वाली बात रह जाती है।

खाद्यान्न वितरण में दोषी तीन डीलर की अनुज्ञप्ति रद्द-

उपरोक्त बातों का समर्थन जांच के बाद एसडीओे सिमरी बख्तियारपुर के द्वारा की गई लाईसेंस रद्द की कार्यवाही से सिद्ध होता है। इस अनुमंडल के सलखुआ प्रखंड के एक डीलर व सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के दो डीलर पर खाद्यान्न वितरण में धांधली का दोषी पाया गया और लाईसेंस से हाथ धोना पड़ा।

क्या है लाईसेंस रद्द का पुरा मामला –

लाभुकों के द्वारा राशन-किरासन नही देने की शिकायत मिलने पर आरोप की जांच में डीलर दोषी पाया गया। एसडीओ ने दोषी डीलर का अनुज्ञप्ति रद्द कर दिया है। जांच के क्रम में सिमरी प्रखंड के कठडूमर पंचायत के 5, 6 एवं 7 वार्ड के डीलर उमेश चौधरी ने तीन माह जून, जुलाई एवं अगस्त का खाद्यान्न उठाव किया। लेकिन वितरण सिर्फ एक माह जून का किया। इतना ही नही निर्धारीत दर से अधिक रूपये लाभुकों से लिये गये।
वही इसी पंचायत के दुसरे डीलर रामदेव सादा के द्वारा भी अप्रेल एवं मई के खाद्यान का उठाव कर वितरण में धांधली किया।
फिर सलखुआ प्रखंड के चानन पंचायत के पैक्स डीलर आज़ाद गुप्ता पर भी वितरण में धांधली बरतने की बात सामने आई।उपरोक्त तीनों डीलर पर जांच में दोषी पाये जाने पर स्पष्टीकरण की मांग की गई लेकिन इनलोगों का जबाब संतोषप्रद नही रहने पर लाईसेंस रद्द कर दिया गया।
वही सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आधा दर्जन अन्य वैसे डीलर पर तलवार लटक रही हैं जिन पर जांच की कार्यवाही चल रही हैं जल्द उन डीलरों पर भी कठोर कार्यवाही की जा सकती है।
वही जानकार का कहना है कि सितंबर माह तक का खाद्यान्न डीलरों को पहुंचा दी गई है।लेकिन कुछ डीलर अभी तक खाद्यान्न का वितरण लाभुकों के बीच नही किया है।