सहरसा जिले के कबीराघाप के महतो परिवार के दावे के बाद बिहार में चर्चा का विषय बनी थी गीता
दावे के बाद यह परिवार फिल्म पीपली लाईव की याद ताजा कर दी थी

विदेश मंत्री ने की अपील,खोजने वाले को एक लाख ईनाम

सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) ब्रजेश भारती की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट :-
दो वर्ष पुर्व पाकिस्तान से भारत लाई गई मुक बधिर लड़की गीता को अपनी बेटी होने के दावे के बाद बिहार के सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल क्षेत्र के कबीराघाप के जनार्दन महतो परिवार की वजह से चर्चा का विषय बनी गीता को फिर एक बार उसके मां बाप से मिलाने का ऐलान भारत सरकार ने कर दी है।

सरकार के विदेश मंत्री सुसमा स्वराज ने देश खास करके बिहार व झारखंड के लोगो के साथ राज्य सरकार से गीता के मां बाप की खोज करने में मदद की अपील की हैं इतना ही नही खोजने वाले को सरकार एक लाख रूपये की राशि भी ईनाम देने की बात कही गई हैं।

क्या हुआ था उस वक्त –

सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल क्षेत्र के कबीराघाप के जनार्दन महतो ने ही भारत से पाकिस्तान भटक कर चली गई गीता को अपनी बेटी हीरा बताया था। गीता को पाक से लाये जाने के बाद हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ।देश के छोटे से लेकर बड़े मिडिया ने उस सुदुर ग्रामीण गांव कबीराघाप का रूख कर सुबह शाम एक से बढ़कर एक खुलासे कथाकथित परिवार से मिल कर करने लगा। 

उसके बाद जर्नादन महतो का पुरा परिवार सरकारी निगरानी में कबीराघाप से नई दिल्ली स्थित विदेश मंत्रालय गया जहां जर्नादन महतो ने पाकिस्तान से लाई गई गीता को अपनी खोई बेटी हीरा बताया लेकिन डीएनए मिलान के बाद गीता का डीएनए मिलान नही हो पाया और इस परिवार का बाईट वोल्टेज ड्रामा का अंत हो गया।