19 अगस्त को मारे गए पक्ष के लोगों ने दुसरे पक्ष के कई लोगों को मारपीट कर किया था जख्मी
दोनों मृतक सहित 11 लोगों पर दर्ज किया गया था मारपीट का मामला
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती : रविवार शाम सहरसा जिले के बनमा-ईटहरी ओपी क्षेत्र के मुंदीचक गांव में हुआ डबल मर्डर पुलिस की निष्क्रियता का परिणाम से इंकार नहीं किया जा सकता है।
बनमा -ईटहरी पुलिस अगर सजग रहती तो इस डबल मर्डर को टाला जा सकता था। चुंकि इन्हीं दोनों गुटों के बीच वर्चस्व को लेकर मृतक पक्ष के लोगों ने इसी माह के 19 तारिख को आरोपी पक्ष के महिला सहित कई लोगों को मारपीट कर जख्मी कर दिया था। इस मामले में दोनों मृतक सहित 11लोग नामजद आरोपी बनाए गए थे।

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लाठी-डंडे एवं कोरो से की गई इस मारपीट की घटना में पुलिस ने मात्र एफआईआर दर्ज कर कांन में तेल डाल सोने का काम नहीं करती तो यह डबल मर्डर नहीं हो ‌सकता था। इस मारपीट की घटना के एक भी आरोपी को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी।
मुंदीचक गांव स्थित बास व घटना स्थल
सुत्र बताते हैं कि इस मारपीट की घटना बाद दोनों मृतक कमलेश यादव तथा ललन यादव अपना दबदबा बढ़ाने लगा। दोनों ने वर्चस्व कायम करने के लिए गांव में जब मन होता था तब हवाई फायरिंग कर दहशत फैला देता था। जिससे दूसरे पक्ष के विलास यादव में खौफ का माहौल था। इसी खौफ का परिणाम है कि भाड़े के बदमाश व अपने सहयोगियों के साथ योजनावद्ध तरीके से दोनों की हत्या को अंजाम देने की काम किया गया।

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कौन है मुख्य आरोपी : रविवार को कमलेश तथा ललन की हत्या होने के बाद सलखुआ थाना में दर्ज कराये गये कांड संख्या 203/19 दिनांक 1/9/19 में मुख्य आरोपी रमेश यादव को बनाया गया है। जो रमेश यादव एक शिक्षक है। वर्तमान में रमेश यादव पड़ोसी गांव मध्य विद्यालय अफजलपुर में शिक्षक के रूप में पदस्थापित है। मामला दर्ज होने के बाद से मुख्य आरोपी रमेश यादव सहित कुल 22 वों नामजद आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर है।
20 अगस्त को उपरोक्त घटना की दैनिक हिन्दुस्तान में छपी खबर
जमीन बेच खरीदा था हथियार : सुत्रों की मानें तो मृतक कमलेश यादव जमीन बेच कर हथियार खरीदा था। जो हथियार लेकर इधर-उधर गांव में घूमा करता था। वहीं इसके साथ में हमेशा ललन यादव रहता था। जमीन बेच कर हथियार खरीदने की बात जब गांव में फैली तो गांव के लोग भी सन्न रह गये थे। इसके बाद से गांव वालों सहित विरोधी पक्ष में खौफ का माहौल कायम हो गया था।

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घटना का मुख्य कारण जमीन विवाद था : रविवार कमलेश तथा ललन के मारे जाने का मुख्य वजह जमीनी विवाद बताया जा रहा है। मारे गये दोनों युवक तथा आरोपी पक्ष सभी जहां एक ही गांव के हैं। वहीं आपस में सभी रिश्तेदार भी हैं। जिन दोनों पक्षों में जमीन विवाद चल रहा था। विवाद इतना गहड़ा गया था कि दोनों के बीच वर्चस्व की लड़ाई में तब्दील हो गया। जिस वर्चस्व की भैंट चढ़ी दोनों की मौत।
इस घटना के बाद से है गांव में तनाव : ग्रामीणों की मानें तो दोनों की मौत होने के बाद से गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है। कोई कुछ भी कहने से परहेज कर रहे हैं। आलम यह है कि कोई भी ग्रामीण अपना मुंह खौलना नहीं चाहते हैं।

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वहीं सुत्रों की मानें तो अगर पुलिस इस घटना के बाद भी सजग नहीं हुई तो इसके बाद भी अनहोनी की घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है। हालांकि पुलिस के अनुसार इस घटना के बाद से गांव में आधी दर्जन पुलिस बलों की जहां तैनाती कर दी गई है। वहीं ओपीध्यक्ष रूदल कुमार की निगरानी में सोमवार को गांव में पुलिस बलों के साथ पैदल मार्च किया गया है।
कहते हैं ओपीध्यक्ष : ओपीध्यक्ष रूदल कुमार ने बताया कि जल्द नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर ली जाएगी। पुलिस के द्वारा जगह-जगह छापेमारी की जा रही है। एक भी आरोपी नहीं बचेगा। पुलिस पुरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं।