जिलाधिकारी सहित वरीय अधिकारी शिविर में रहे मौजूद, लोगों की समस्याओं का आन द स्पॉट किया गया सामाधान


विभिन्न विभागों के स्टालों पर लोगों की लगी रही भीड़, उमड़ा आमजनों का हुजूम


सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-

अनुमंडल क्षेत्र के सलखुआ प्रखंड मुख्यालय परिसर में गुरुवार को प्रशासन आपके द्वार कार्यक्रम के तहत विकास शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में दर्जनों मामलों का निपटारा किया गया। 


शिविर में विभिन्न सरकारी जनकल्याणकारी योजनाओं के सीधे लाभ आमजनों तक पहुंचाने के लिए विभिन्न विभागों से संबंधित स्टाल लगाया गया। बडी संख्या में शिविर में लोगों की भीड़ अपनी समस्याओं के समाधान के पहुंचा। 

स्वयं जिलाधिकारी डा शैलजा शर्मा,डीडीसी राजेश कुमार, डीपीआरओ जय शंकर कुमार, डीआरडीए निदेशक राकेश कुमार,अनुमंडल पदाधिकारी अरविंद कुमार, बीडीओ प्रेम कुमार यादव,सीओ कन्हैया लाल,पीओ रजनीश कुमार,डीसीओ सुनील चौधरी,बीईओ राजेन्द्र पाण्डेय,बीएसओ अजित कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।

वहीं जिलाधिकारी ने लगाये गए विभिन्न स्टालों का निरीक्षण कर पुछताछ की। इस मौके पर शिविर में पहुंचे लोगों को संबोधित करते हुए डीएम शैलजा शर्मा ने कही कि सरकार की हमेशा मंशा रहती है कि जितने भी सरकारी जनकल्याणकारी योजनाएं सरकार द्वारा चलाई जा रही है उस योजना का समुचित लाभ समाज के अंतिम लोगों तक पहुंचे। आज इसी के तहत इस शिविर का आयोजन किया गया है। 

इस विकास शिविर में समाजिक सुरक्षा पेंशन, मनरेगा जाब कार्ड, प्रधानमंत्री आवास योजना, कन्या विवाह योजना, बिजली, स्वास्थ्य, जनवितरण प्रणाली सहित अन्य स्टाल लगाए गए थे।वही विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को उनका लाभ हाथों हाथ दिया गया।  वहीं जिलाधिकारी को बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी समस्याओं से संबंधित आवेदन दिया। 

शिविर से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक मनरेगा 124 जाबकार्ड हेतु आवेदन मिला वहीं कृषि से 57, पशुपालन से 332,  स्वास्थ्य 125, स्वच्छ्ता 50, सहकारिता 596 निबंधन, सामाजिक सुरक्षा 150 में 130, जिला कल्याण 1, पीएचडी 3, जीविका 321, पांच बिजली बिल में सुधार,05 बीपीएल एवं 28 एपीएल को नया कनेक्शन, शिक्षा 5, वाल विकाश 37, कौशल युवा केन्द्र 10, प्रधान मंत्री आवास 271, श्रम संसाधन 51 में आवेदन प्राप्त हुआ जिनमें अधिकांश का निपटारा किया गया वहीं बाढ़ में डूबने से हुई मृत्यु पर परिजनों को 4-4 लाख का चेक वितरण किया गया।  भू स्वामित्र प्रमाणपत्र 12, जाति 36 आय 15 एवं आवासीय 51, वहीं लगान रसीद के रूप में 35 हजार 560 रूपए की वसूली की गई।