स्कोर्पियो सवार ने रंगिनियां शिव मंदिर के समीप से किया था अगवा
- फिर एक युवक चढ़ गया हथपकड़ुआ ब्याह की बलिवेदी पर
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती : बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के रंगिनियां शिव मंदिर के समीप से सोमवार को स्कोर्पियो सवार बदमाशों द्वारा अगवा किए गए छात्र मामले में नया मोड़ आ गया है। दुसरे दिन अपहृत छात्र की शादी का फोटो वायरल हो रहा है। इस प्रकार एक और युवक हथपकड़ुआ शादी की बलिवेदी पर चढ़ गया। यह खबर दर्शाती है कि सुशासन में निर्भय हो पहले अपहरण किया जाता है फिर हड़पकड़ुआ विवाह कर दिया जाता है। हालांकि हथपकड़ुआ विवाह मामले में पुलिस प्रशासन सबकुछ जानते हुए भी इसे हल्के में लेती है।
क्या है मामला : प्राप्त सूचना के मुताबिक सिमरी बख्तियारपुर अंतर्गत भटपुरा गांव निवासी नंदी साह के पुत्र रामभजन कुमार का दिनदहाड़े रंगिनियां शिव मंदिर के समीप से स्कार्पियो सवार ने अपहरण कर लिया था। अगवा छात्र के जीजा तरियामा पँचायत के तुर्की गांव निवासी बबलू साह थाना में आवेदन देकर अपने साला की सकुशल बरामदगी हेतु थाना से गुहार लगाई थी।
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वही आवेदनकर्ता ने दिये आवेदन में कहा कि मेरा साला सोमवार की दोपहर सहरसा से कॉलेज का काम निपटा कर वापस घर भटपुरा लौट रहा था कि तभी एक स्कॉर्पियो पर सवार टुनटुन साह और राजेश साह सहित चार – पांच अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अचानक उसका हाथ पकड़ कर खींच स्कोर्पियो में बैठा अगवा कर फरार हो गया।
मंदिर में हुई शादी : सूत्र बतातें है कि रामभजन कुमार को अगवा करने के बाद सोमवार रात ही शादी करा दिया गया। जिसकी तश्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। शादी हिंदू रीति रिवाज के अनुसार हुई। लड़के की शादी बख्तियारपुर थाना अंतर्गत बलवा हाट ओपी क्षेत्र में की गई। इस दौरान लड़के की कई परिजन भी शादी में मौजूद थे।
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सूत्र बताते है कि लड़के की शादी कुछ दिन पूर्व ही सहरसा जिला के सहसराम में तय हुई थी। बताया जाता है कि 1100 रुपया दे कर लड़के को छेक भी दिया गया था। अपहृत छात्र के पिता ने बताया कि उनको भी जानकारी मिली है कि शादी कर दी गई है। वो कहते है अब सहसराम वाले को क्या कहेंगे।
..तो रुक सकती थी शादी ! : पुलिस प्रशासन की सुस्ती की वजह से एक बार फिर हथपकड़ुआ विवाह चर्चा में है। जानकारी मुताबिक बीते 28 जून को रामभजन को उठाये जाने के फौरन बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आती तो रामभजन की शादी करने में लड़की पक्ष सफल नही हो पाते।
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अगवा उपरांत अगर पुलिस की दबिश बढती तो रामभजन को हथपकड़ुआ विवाह से बचाया जा सकता था। हालांकि शादी के नियत से छात्र को उठाये जाने की जानकारी पुलिस को घटना के तुरंत बाद ही चल गई थी परंतु चुस्ती में कमी शादी करवा दी। अब देखने वाली बात होगी कि यह हथपकड़ुआ शादी आगे बढती है या फिर अंजाम कुछ और होता है।
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