चुनाव तिथि घोषित होने के साथ ही गुटबाजी पहुंची चरम पर
- किसके सिर सजेगा ताज, अटकलों का बाजार गर्म, शहर से लेकर गांव तक हो रही है चर्चा
पटना : बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव खत्म हो चुका है, ऐसे में अब उप मुखिया से लेकर जिला परिषद अध्यक्ष और उप सरपंच सहित दूसरे पदों के निर्वाचन की तारीख भी घोषित कर दी गई है। बिहार राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा सभी पदों के लिए चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। आयोग ने शपथ ग्रहण और आगे के निर्वाचन को लेकर कार्यक्रम जारी किया है। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा शपथ ग्रहण और उप मुखिया, उपसरपंच, प्रमुख, उप प्रमुख के अलावा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के निर्वाचन का भी कार्यक्रम जारी किया गया है।
उप मुखिया और उप सरपंच के लिए 24 दिसंबर से लेकर 31 दिसंबर तक निर्वाचन का नोटिफिकेशन जारी किया गया है, दूसरी तरफ पंचायत समिति प्रमुख और उप प्रमुख के लिए 27 दिसंबर से 3 जनवरी तक चुने जाएंगे। जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए 27 दिसंबर से 3 जनवरी तक चुनाव कराने का फैसला लिया गया है। उप मुखिया और उप सरपंच निर्वाचन के लिए सदस्यों को 3 दिन पहले नोटिस दे दिया जाना है जिसके बाद निर्वाचन की तिथि तय होगी।
पंचायत समिति के सदस्यों को प्रमुख और उप प्रमुख के निर्वाचन और जिला पार्षद सदस्यों को जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के निर्वाचन के लिए 7 दिन पहले से नोटिस दिया जाएगा।
बिहार में इस बार कुल मिलाकर 11 चरणों में पंचायत चुनाव कराया गया है। गांवों में नई सरकार अब चुन ली गई है लेकिन अब नए चुने गए जन प्रतिनिधियों के बीच कई पदों पर चुनाव होने को लेकर रणनीति तेज हो गई है। उप मुखिया से लेकर जिला परिषद अध्यक्ष के साथ ही प्रमुख और उप प्रमुख जैसे पदों पर अपने लोगों को बिठाने के लिए जीते हुए उम्मीदवार अपना-अपना गुट बनाते नजर आ रहे हैं।
बिहार के कई जिलों में गुटबाजी इस कदर चरम पर पहुंची हुई है कि जिला परिषद अध्यक्ष उपाध्यक्ष से लेकर प्रखंड प्रमुख-उपप्रमुख सीट के लिए सदस्यों को टुरिस्ट पैलेस से लेकर विदेश की सुहानी वादियों तक का सैर कराने की खबर मिल रही है। अब जब तिथि की घोषणा हो गई है तो देखने वाली बात होगी कि किस जिले में किसके सिर सजेगी कुर्सी का ताज ?