महागठबंधन ने वामदलों को दिया है 19+6+4 सहित कुल 29 सीट

  • सीपीआई के छः में पांच पर मामला तय एक सीट पर संसय बरकरार

ब्रजेश भारती : ज्यों-ज्यों मतदान की तिथि नजदीक आ रही है और विभिन्न दलों द्वारा गठबंधन का ऐलान किया जा रहा है सभी की धड़कनें तेज हो रही है। इस बीच शनिवार को महागठबंधन में सीट शेयरिंग का ऐलान हो गया है। बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 144 पर राष्ट्रीय जनता दल, 70 पर कांग्रेस और 29 सीटों पर लेफ्ट पार्टियां चुनाव लड़ेगी। लेफ्ट पार्टियों में सीपीएम को 4 सीटें, सीपीआई को 6, सीपीआई माले को 19 सीटें दी गई हैं।

महागठबंधन में सीटों की संख्या पर सहमति बनने के बाद अब सीट टू सीट चर्चा शुरू हो गई है। वाम दलों का मामला इसमें पहले निपट गया। लेकिन कांग्रेस से बात होने के बाद ही इसे अंतिम माना जाएगा। कांग्रेस अगर वाम दलों के लिए तय सीटों में किसी पर अड़ती है तो कुछ अंतर हो सकता है। उधर सीपीआई और सीपीएम में एक-एक सीटों की जिच अब भी चल रही है। लेकिन अब इस मामले पर भी कांग्रेस की सीटों के नाम तय होने के बाद विचार होगा।

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वाम दलों में माले के लिए जिन 19 सीटों पर लगभग सहमति बनी है, उसमें भोजपुर जिले के आरा शहर, तरारी और अगिआंव और पटना जिले की पालीगंज, फुलवारीशरीफ और दीघा विस क्षेत्र शामिल हैं। इसके अलावा बक्सर जिले की डुमरांव, रोहतास की काराकाट, मुजफ्फरपुर की औराई या गायघाट में कोई एक, गोपालगंज की भोरे, अरवल जिले की अरवल, समस्तीपुर जिले की वारिसनगर, कल्याणपुर, जहानाबाद जिले की घोसी, सीवान जिले की दरौली, दरौंदा और जीरादेई और कटिहार जिले की बलरामपुर सीट है।

सीपीआई के खाते में जाने वाली सीटों में हरलाखी, झंझारपुर, तेघरा, बखरी, रुपौली पर मामला तय है। लेकिन पार्टी सिमरी बख्तियारपुर और गोह पर भी अड़ी है। सीपीएम के लिए पिपरा, विभूतिपुर और मटिहानी तय है। लौकहा या पूर्णिया में से कोई एक देने की मांग अभी बरकरार है।

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सीपीआई राज परिषद सदस्य सह जिला पार्षद सहरसा कामरेड ओम प्रकाश नारायण ने भी सिमरी बख्तियारपुर पर पार्टी का रूख पर अपनी सहमति जताते हुए बताया कि पार्टी सिमरी बख्तियारपुर व गोह पर अपनी मजबूत दावेदारी दी है। अगर गठबंधन के तहत यह सीट पार्टी के खाते में जाती है तो बड़े अंतर से जीत दर्ज कर लेगी।

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कामरेड ने पार्टी के खाते में सीट जाने के बाद उम्मीदवारी के संबंध में कहा कि वे खुद इस सीट से सीपीआई के उम्मीदवार होंगे। अब देखने वाली बात होगी कि महागठबंधन सीपीआई के दावे पर सिमरी बख्तियारपुर व गोह विधानसभा सीट पर अंतिम फैसला क्या लेती है।