पटना से सहयोगी संवाददाता की रिपोर्ट :-
राज्य की राजधानी पटना में अगामी 11 अक्टूबर को छात्र जदयू का विराट सम्मेलन होने जा रहा है।इस कार्यक्रम में सुबे के मुखिया नीतीश कुमार शामिल होंगे। सम्मेलन की सफलका के लिए तैयारीयों का दौर अंतिम चरण में है। इस कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में छात्रों के भाग लेने की बात कही जा रही है।
इस बाबत कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में छात्र जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष सह पटना यूनिवर्सिटी प्रभारी शादाब आलम ने बताया की यह सम्मेलन अपने आप में ऐतिहासिक होगा, जो बिहार के छात्रों के लिए एक सुंदर भविष्य के सपनो को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ाएगी।
उन्होंने कहा कि स्व. जयप्रकाश नारायण ने सम्पूर्ण क्रांति का नारा बिहार से दिया था, जो देश भर में अलख जगाया। समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को सत्ता में भागीदारी का अनुभव प्राप्त हुआ।
जेपी का आंदोलन छात्रों का आंदोलन था। वर्तमान में भी नीतीश कुमार जी अपने आप में अलग तरह की राजनीति के लिए जाने जाते है। छात्र हितों से लेकर जिस तरह से शराबबंदी और दहेज बंदी कार्यक्रम को सफल बनाने का काम नीतीश कुमार जी ने करके दिखाया है वह अपने आप में एक मिसाल है। कानून दशकों से बने है लेकिन पालन करवाने में जो नीतीश कुमार ने किया है वह ऐतिहासिक है।
इस छात्र नेता ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी डंके की चोट पर कहते है कि मैं वोट के लिए नहीं, बिहार के विकास के लिए राजनीति करता हूं। कुछ लोग राजनीति के नाम पर सता के गलियारे तक पहुंचने के लिए जातीय समीकरण बनाते हैं और समाज में हो रहे अच्छे कार्यों को भी गलत साबित करने के लिए दुष्प्रचार करते रहते हैं। लेकिन, मैं इसमें विश्वास नहीं करता और न ही इसको तवज्जो देता हूं।
जेपी के छात्र अंदोलन ने देश को राह सुझाया था ठीक उसी तर्ज पर वर्तमान छात्र सम्मेलन जो बापू सभागार में 11 अक्टूबर को होने वाला है वह इस देश को राह सुझाएगा। छात्र हितों से सम्बंधित मुद्दों से लेकर हमारी क्या जिम्मेदारी होगी इसकी रुपरेखा का एक मॉडल हम लोग प्रस्तुत करने का कार्य करेंगे।