रैली निकाल, प्रखंड मुख्यालय पर जमकर नारेबाजी करते हुए जताया रोष
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) बिहार सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाकर शुक्रवार को सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड की सैकड़ों सेविका – सहायिका के द्वारा एक रैली निकालकर प्रखंड मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना दिया गया। धरना पर बैठी सेविका ने बिहार सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाकर अपनी 20 सूत्री मांगो के समर्थन में नारेबाजी किया।
इस मौके पर सीपीआई नेता सह पूर्व मुखिया राजकुमार चौधरी ने कहा कि सरकार कहती है कि हम महिलाओं की हित की बात करते है. लेकिन उसी सरकार मे आज महिलाओं को अपनी अधिकार के लिए सड़क पर संघर्ष करना पर रहा है। धरना मे सेविकाओं ने अपनी बात रखते हुए कही कि इस बार की लड़ाई बिल्कुल आर – पार की है। जब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मानती है, तब तक हमलोग वापस कार्य पर नहीं लौटेंगे।
20 सूत्री मांग के लिए धरना : धरना को सम्बोधित करते हुए सेविका – सहायिका ने कहा कि सेविका – सहायिका को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देते हुए क्रमश: ग्रेड सी एवम ग्रेड डी में समायोजित किया जाये। जब तक सरकारी कर्मचारी का दर्जा नहीं मिल जाता है तब तक सेविका को 25 हजार एवं सहायिका को 18 हजार प्रतिमाह मानदेय दिया जाये। इसके साथ – साथ केंद्र सरकार द्वारा मानदेय में बढ़ोतरी के बाद 50% राज्य सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि में वृद्धि करने के प्रावधान को पुनः स्थापित कर लागू किया जाये।
वही 54 दिन हड़ताल उपरांत 16 मई 2017 को हुए समझौते के आलोक में शेष लंबित मांगों का निष्पादन शीघ्र किया जाए और सुप्रीम कोर्ट का आदेश के आलोक में बिहार में भी ग्रेच्युटी भुगतान करना सुनिश्चित किया जाये। परफॉर्मेंस लिंक इंसेंटिव स्कीम (पीएलआई) के तहत प्रोत्साहन राशि 1500 प्रतिमाह भुगतान किया जाए। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी विकास समिति द्वारा पारित वाउचर को ही मान्यता दी जाये तथा वाउचर समायोजन कराने की अनिवार्यता से सेविका को मुक्त किया जाये।
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सेविका – सहायिकाओं का कार्य अवधि 8 घंटा निर्धारित किया जाए। सेवा शर्त के अलावे अतिरिक्त कार्यों के लिए उचित पारिश्रमिक के साथ लिखित आदेश पत्र निर्गत करना सुनिश्चित किया जाये। प्रधानमंत्री बीमा सुरक्षा योजना का लाभ सेविका /सहायिकाओं को देना सुनिश्चित किया जाये। धरना को सम्बोधित करते हुए सेविका – सहायिका ने कहा कि गोवा, केरल आदि राज्यों की भांति बिहार सरकार द्वारा 8000 सेविका एवं 5500 सहायिका को अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दी जाये।
सेवानिवृत्ति के पश्चात दस हजार प्रतिमाह पेंशन अथवा एक मुस्त दस लाख की आर्थिक सहायता एवं स्वास्थ्य बीमा का लाभ दिया जाये। 25 हजार राशि सभी सेविकाओं को उत्तम क्वालिटी के एंड्राइड मोबाइल हेतु उपलब्ध कराई जाये एवं रिचार्ज का पर्याप्त राशि सेविकाओं को अग्रिम वार्षिक भुगतान किया जाये। सेविका सहायिकाओं के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए अनिवार्य छात्रवृत्ति योजना लागू किया जाए।
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किराए के मकान में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों का किराए की रकम में बढ़ोतरी करते हुए प्रतिमाह नियमित भुगतान करना सुनिश्चित किया जाए। समान काम के लिए समान पारिश्रमिक के मान्य सिद्धांत के तहत मिनी आंगनवाड़ी केंद्रो की सेविकाओं को भी समान मानदेय दिया जाये।
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इस मौके पर नुरून नेहार, कंचन कमारी, कुमारी सपना, संध्या कुमारी, सारणी कुमारी, सेविका रेणु सिंह, कान्ता कुमारी, स्वेता कुमारी, वीणा कुमारी, इंदु देवी, रेणु देवी, रंजु कुमारी, चंदूला कुमारी, स्मिता कुमारी, बबीता कुमारी, मोती देवी, शबाना खातून, गायत्री देवी, हजार खातुन, सोनी कुमारी, पुष्पा कुमारी गुप्ता, गुलनाज प्रवीण, किरण कुमारी, रेण देवी, भारती झा, मुन्नी कुमारी, बबिता कुमारी, पुनम देवी सहित अन्य मौजूद थी।