परिजनों ने कहा बर्बरता पूर्वक पिटाई से हुई है बच्चे की मौत, संचालक फरार
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के महखड़ पंचायत स्थित आवासीय बौधि पब्लिक स्कूल हुसैनचक में गुरुवार को हॉस्टल में रह कर पढ़ाई कर रहे एक 9 वर्षीय छात्र की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई। मृतक छात्र आदित्य कुमार वर्ग एलकेजी का छात्र था जो मधेपुरा जिले के भर्राही वार्ड नं 7 का रहने वाला बताया जा रहा है।
हालांकि मृतक छात्र के पिता द्वारा विद्यालय के संचालक सुजीत कुमार पर दो दिनों से बच्चे की पिटाई कर हत्या कर दिए जाने का आरोप लगा रहे हैं। मृतक छात्र के पिता ने बताया कि वह अपने पुत्र आदित्य को पढ़ाई के वास्ते सिमरी बख्तियारपुर के महखड़ पंचायत के हुसैनचक गांव में चल रहें आवासीय बौधि पब्लिक स्कूल के हॉस्टल में रखा था।
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परिजनों का सीधा आरोप है कि विद्यालय संचालक द्वारा उसके पुत्र की बर्बरता पूर्वक पिटाई कर हत्या के उपरांत एक षड्यंत्र के तहत अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसकी जानकारी उसे दी गई थी। इधर छात्र की मौत के बाद विद्यालय के संचालक फरार बताए जा रहे हैं।
हालांकि विद्यालय में उसके साथ कक्षा 5 में पढ़ रहे हैं मधेपुरा जिले के ही साहुगढ निवासी पवन यादव का पुत्र प्रीतम कुमार, मोनू कुमार ने बताया कि बुधवार की रात विद्यालय के सभी बच्चे खाना खाने के उपरांत साथ में टीवी देखे और उसके बाद अपने – अपने बिस्तर पर सो गया। सुबह सवेरे पांच बजे सो के जब उठे तो आदित्य को भी उठाने का प्रयास किया पर आदित्य नहीं उठा तो उसी कमरे में सो रहे हैं विद्यालय के संचालक सुजीत कुमार को बच्चों ने उसके नहीं उठने की जानकारी दी।
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उसके उपरांत संचालक ने बच्चे को उठाने का प्रयास किया पर नींद नहीं खुलने पर उसने तुरंत उसे ले जाकर हुसैनचक के ही एक ग्रामीण चिकित्सक को दिखाया। प्राथमिक उपचार के बाद ग्रामीण चिकित्सक ने उसे बेहतर इलाज हेतु बड़े डॉक्टर से दिखाने की सलाह दी। उसके उपरांत परिजन बच्चे को लेकर सहरसा बटराहा के एक निजी क्लीनिक में भर्ती कराया। वहां के भी चिकित्सक द्वारा उसे रेफर कर दिया गया। पुनः सहरसा के ही दूसरे नर्सिंग होम में बच्चे को भर्ती कराया। जहां चिकित्सक ने जांच उपरांत उसे मृत घोषित कर दिया।
इस संबंध में विद्यालय के संचालक सुजीत कुमार ने दूरभाष पर बताया कि रोजाना की भांति बच्चा खाना – खाकर सो गया था। सुबह उसके नहीं उठने पर शंका होने पर ग्रामीण चिकित्सक से दिखाया गया। जहां बेहतर इलाज के लिए सहरसा रेफर किया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं बच्चे की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया है।
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