परिजनों ने कहा आपरेशन के बाद हो गई मौ/त तो ऑक्सीजन लगा कर दिया रेफर
नर्सिंग होम छोड़ डॉक्टर व कर्मी हुए फरार, कुकुरमुत्ते की तरह उग आए हैं निजी नर्सिंग होम
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) नगर परिषद क्षेत्र की डाक बंगला चौक स्थित एक निजी नर्सिंग होम में डिलेवरी के लिए भर्ती कराई गई प्रसव पीड़िता की मौत ऑपरेशन उपरांत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने नर्सिंग होम पहुंच हो हंगामा करते हुए में लापरवाही का आरोप लगाया है। वहीं हंगामा होते देख डॉक्टर सहित कर्मी क्लिनिक छोड़कर फरार हो गया।
उपरोक्त पुरा घटनाक्रम नगर क्षेत्र के डाक बंगला चौराह स्थित सृष्टि नर्सिंग होम की है। मृतक महिला की पहचान सलखुआ थाना क्षेत्र के गोरियारी गांव वार्ड नंबर 15 निवासी विंदर शर्मा की 22 वर्षीय पत्नी रानी देवी के रूप में की गई। हंगामा कर रहे परिजनों ने बताया कि रविवार को प्रसव पीड़ा होने के बाद रानी देवी को सलखुआ पीएचसी में भर्ती कराया गया था। जहां चिकित्सक ने सोमवार को उसकी हालत देखते हुए सदर अस्पताल सहरसा रेफर कर दिया।
इसी दौरान उसके साथ में गांव की आशा कार्यकर्ता कलावती देवी ने उसे बेहतर इलाज की बात कह कर सिमरी बख्तियारपुर की डाक बंगला चौक स्थित सृष्टि जीवन हॉस्पिटल एंड क्रिटिकल केयर नर्सिंग होम लेकर चली आई। जहां परिजनों को बेहतर इलाज का भरोसा दिलाते हुए महिला की ऑपरेशन करने की बात कही गई। इसके बाद परिजनों से ऑपरेशन के लिए 30 हजार रुपए मांगे गए।
जिसमें परिजनों ने तत्काल 15 हजार रुपए जमा करवा दिए। नर्सिंग होम में सोमवार की रात करीब 2:00 बजे ऑपरेशन कर दिया और महिला ने एक पुत्र को जन्म दिया। प्रसव होने के बाद महिला की तबीयत बिगड़ने लगी तो नर्सिंग होम के द्वारा कहा गया कि तीन यूनिट महिला को ब्लड चढ़ाना पड़ेगा। जिसके लिए उसने परिजनों से 22 हजार रुपए की डिमांड की।
परिजनों द्वारा पे फोन के माध्यम से 10 हजार रुपए और कैश 2 हजार जमा भी कर दिया। वहीं सुबह होते-होते महिला की तबियत बिगड़रने लगी। परिजनों ने आरोप लगाया कि ब्लड के लिए रुपया तो लिए गया लेकिन ब्लड नहीं चढ़ाया गया और नर्सिंग होम प्रबंधन द्वारा बताया गया कि महिला की तबीयत काफी खराब हो रही है इसे बेहतर इलाज के लिए बेगूसराय भेजा जाएगा।
जिसके बाद नर्सिंग होम प्रबंधन द्वारा मरीज रानी देवी को ऑक्सीजन लगाकर रेफर कर दिया गया। जबकि सच्चाई यह थी कि उसकी मौत हो गई थी। जब मरीज को लेकर वह बेगूसराय पहुंचे तो वहां चिकित्सक ने जांचोपरांत मृत घोषित कर दिया और बताया कि इसकी मृत्यु काफी समय पहले हो चुकी है। इसके बाद वह शव को लेकर अपने घर गोरियारी चले गए।
इसके बाद मृतक के परिजनों ने मंगलवार की रात करीब 9:00 बजे नर्सिंग होम प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए नर्सिंग होम पहुंच कर जमकर हंगामा किया। हंगामा के दौरान नर्सिंग होम के सभी डॉक्टर और स्टाफ मौके का फायदा उठाकर भाग निकले। इधर हंगामा की सूचना पर बख्तियारपुर थाना की पुलिस टीम पहुंच गई जहां परिजनों को उन्होंने समझा बूझकर शांत करते हुए आवेदन देने की बात करते हुए नर्सिंग होम प्रबंधन पर कार्रवाई की बात का आश्वासन दिया।
इस संदर्भ में थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया गया है और उसके परिजनों द्वारा नर्सिंग होम के संचालक दिलकुश उर्फ राहुल झा के विरुद्ध आवेदन प्राप्त हुआ है। जिसकी जांच पड़ताल कर उचित कार्रवाई की जा रही है। वहीं पुरे मामले पर नर्सिंग होम संचालक का पक्ष लेने की कोशिश की गई लेकिन सम्पर्क स्थापित नहीं हो सका।
यहां बताते चलें कि सिमरी बख्तियारपुर नगर क्षेत्र में इन दिनों निजी नर्सिंग होम कुकुरमुत्ते की तरह खुल गया है। बिना किसी प्रकार के सरकारी गाइडलाइंस का पालन करते इस प्रकार के नर्सिंग होम संचालक बड़े पैमाने पर दलाल पाल रखे है जिसे मोटी रकम का प्रलोभन देकर मरीजों को अपने यहां इलाज के लिए भर्ती कराया करते हैं। जिला प्रशासन के स्वास्थ्य विभाग को सब कुछ की जानकारी होते भी ऐसे नर्सिंग होम पर कार्रवाई नहीं करते हैं जिससे ये गोरखधंधा फल फूल रहा है। अब देखने वाली बात होगी कि आगे इस मसले पर होता है क्या?