शव को एम्बुलेंस से लाया गया गांव, पुत्र ने दी मुखाग्नि
- पांच दिन पहले ही गया था उड़ीसा, आईसक्रीम बेच करता था जीवन यापन
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) प्रखंड के सिटानाबाद उत्तरी पंचायत के कुमेदान टोला निवासी उमेश भगत के 28 वर्षीय पुत्र धर्म कुमार भगत की मौत उड़ीसा के गमलय में करंट की चपेट में आने से 28 जुलाई को हो गई। रविवार की सुबह एम्बुलेंस से शव घर पहुंचते ही परिवार और गांव में कोहराम मच गया। मृतक को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
परिजनों के अनुसार धर्म कुमार करीब सात साल से पत्नी व तीन बच्चों के साथ उड़ीसा में ही रहकर आइसक्रीम बेचकर जीवन यापन करता था। गत 28 जुलाई की शाम घर में रखे फ्रिज व कूलर को अगल बगल खिसका रहा था। इसी दौरान बिजली का करंट लग गया। जिस कारण तत्क्षण उसकी मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही घर में मातमी सन्नाटा पसर गया।
मृतक की पत्नी गुड़िया देवी, पुत्र ज्योतिष कुमार (7), पुत्री आस्था कुमारी (5) एवं इशिका (3) का रो-रोकर बुरा हाल है। धर्म कुमार के पिता उमेश भगत ने बताया कि मेरा पुत्र धर्म कुमार अपनी पत्नी बच्चों के साथ दो साल पर दस-बारह दिन पूर्व ही घर आया था। एक सप्ताह यहां रहने के बाद पांच दिन पूर्व ही यहां से उड़ीसा चला गया था। वहां पहुंचने के दो दिन बाद ही मेरे पुत्र की मौत हो गई।
मृतक के शव को घोरमाहा टोला स्थित निजी जमीन पर दाह-संस्कार कर दिया गया। मृतक के सात वर्षीय पुत्र ज्योतिष कुमार द्वारा मुखागिन देते ही उपस्थित लोगों के आंखों से आंसू की धारा बहने लगी। वहीं परिवार के उपर जीवन यापन का संकट छा गया है।
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