सावन मास के श्रृंगार पूजा का अपना अलग है महत्व : पंडा
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) प्रखंड की कांठों पंचायत स्थित मिनी बाबाधाम के नाम से प्रसिद्ध बाबा मटेश्वरधाम में सावन की पहली सोमवारी की शाम आपरूपी शिवलिंग का भव्य श्रृंगार पूजा का आयोजन किया गया।
श्रृंगार पूजा से पूर्व मंदिर प्रबंधन के सदस्यों द्वारा संपूर्ण मंदिर परिसर पानी व गंगाजल से धोकर मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया। इस अवसर पर श्रृंगार, आरती एवं भजन – कीर्तन व जागरण का आयोजन किया गया।
मटेश्वर धाम मंदिर के पंडा ने बताया कि सदियों पूर्व से प्रत्येक संध्या बाबा की आरती एवं श्रृंगार करने की परंपरा है। लेकिन सावन मास के अवसर पर बाबा के श्रृंगार की अलग ही महत्व है। कहते हैं कि मनोवांछित फल प्राप्त होने पर श्रद्धालु यह आयोजन करते हैं और उनकी मनोकामना पूरी हो जाती है।
पहली सोमवारी का बाबा का श्रृंगार पूजा एवं आरती का आयोजन स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा करवाया गया। इस दौरान मंदिर एलइडी लाइट एवं फूल से आकर्षक दिख रहा था। वहीं रात्रि में आयोजित भजन संध्या पर श्रद्धालु झूमते रहे। भजन संध्या का आयोजन मटेश्वर मंडली के द्वारा किया गया।