कांवरिया पथ पर रविवार रात उमड़ा जनसैलाब, कांवरिया पथ पर विधि व्यवस्था में कमी
  • जगह – जगह फल, फूल, शर्बत आदि के साथ लगे रहे आम लोग कांवरियो के सेवा में

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) बाबा नगरिया दूर है – जाना जरूर है के जयघोष के साथ हजारों कांवरियें ऊबड़-खाबड़ रास्ते, पगडंडी और रेलपथ के पत्थरो का सामना करते हुए सावन की पहली सोमवारी को बलवाहाट स्थित प्रसिद्ध मटेश्वरधाम मंदिर पहुँच कर अद्भुत शिवलिंग पर जलाभिषेक किया।

कांवरिये मुंगेर के छर्रापट्टी से बलवाहाट स्थित कांठो के मटेश्वर मंदिर पहुँचते है। इस दौरान पुरे रास्ते कांवरिया पथ पर भक्तों की सेवा के लिए आमलोगों का तांता लगा रहा। पूरी रात शिवभक्त महादेव की भक्ति से सराबोर हो जलाभिषेक के लिए बिना रुके चलते रहते है। इस दौरान कांवरिया पथ पर बाइकर्स गैंग का हुजूम कायम रहा।

कांवरिया पथ हुआ केसरियामय : सावन महीने की पहली सोमवारी को मटेश्वर की अद्भुत शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए रविवार रात शिवभक्तों का रैला कांवरिया पथ पर उमड़ गया। इस दौरान रात भर एसडीओ अनिषा सिंह खुद से निगरानी करते नजर आयी और जगह – जगह पर आवश्यक दिशा – निर्देश देते नजर आए।

बात करे कांवरियों की संख्या से करे तो बीते वर्ष की तुलना में कांवरियों की संख्या पहली सोमवारी को ज्यादा थी। न्याय समिति की मानें तो पहली सोमवारी को बाबा मटेश्वर को करीब दो लाख श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया जिनमें डाक बम, कांवर बम एवं आमजन श्रद्धालु शामिल रहे। रविवार दोपहर लगभग चार बजे से हजारों की संख्या मे मुंगेर के छर्रा पट्टी से जल लेकर कांवरिये मानसी बाजार के रास्ते बिना रुके रात भर जाते दिखे। इस दौरान रास्ते मे मानसी के आसपास के लोकल बाजारवासियो का जत्था रात भर कांवरियों की सेवा करता रहा।

तत्पश्चात कांवरिया बदला घाट पहुंचे और बदला घाट से होते हुए बोलबम के जयघोष के साथ बदला-धमारा घाट के रिटायर्ड पुल संख्या 50 को पार करते हुए धमारा घाट पहुँच रहे थे, जिस कारन रात भर कात्यायनी मंदिर, धमारा घाट स्टेशन सहित आसपास का इलाका बम बम भोले से गूंजता रहा। धमारा घाट से फनगो के बीच में अँधेरे रास्ते पर टॉर्च की धीमी रौशनी मे जाते दिखे। वहीं माठा चौक पर भी रौशनी की कमी देखी गई।

दो बजे खुला पट : सावन की पहली सोमवारी को बाबा मटेश्वर जाने वाले श्रद्धालुओं में बच्चो और युवाओं की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई। ये बच्चे और युवा डाक बम थकान से बेफिक्र सारी रात झूमते-गाते बाबा मटेश्वर का जयकारा करते दिखे। वही मुंगेर के छर्रा पट्टी से लेकर बलवा हाट तक के रास्ते मे रविवार रात कांवरिया पथ के आसपास के ग्रामीणों का सैलाब उमड़ा हुआ दिखा। खैनी-चूना बम, शरबत बम, पानी बम, केला बम, फल बम, छुवारा बम, दूध बम, बाम बम, बीड़ी बम से लेकर कई तरह के नारे के साथ स्थानीय लोग कांवरियों की सेवा करते दिखे।

कोई नींबू पानी, कोई दर्द का मरहम, तो कोई गर्म पानी, कोई सिर में तेल व पैर पर ठंडा व गरम पानी देते दिखे। ताकि कांवरियों का दर्द कुछ कम हो सके और सेवा का फल उन्हें भी प्राप्त हो सके। यही नहीं सेवा करने वाले कई व्यक्ति ऐसे भी दिखे जो डाक कांविरयों के पैर दबाते हुए उनको आगे तक ले जाते दिखे। इसके साथ ही सैकड़ो की संख्या में सेवा बम के नारे के साथ सैकड़ो युवा भी तत्पर थे जो थक चुके बमो को मोटर साईकिल, टेंपो, ट्रैक्टर आदि पर बिठा ले जाते दिखे।

फनगो से लेकर गोरगामा ढ़ाला एवं पुरानी बाजार से लाकर मटेश्वर धाम तक दर्जनों स्थानों पर डीजे की धुन के बीच सैकड़ो की संख्या मे उपस्थित ग्रामीण बमो की सेवा करते दिखे। वही गोरगामा ढ़ाला से होते हुए सिमरी बख्तियारपुर के मुबारक पुर, फेनसाहा, पुरानी बाजार, भौरा, सरडीहा आदि होते हुए रात भर बमो का जत्था मटेश्वर धाम जाते दिखा। इस दौरान भक्ति का सैलाब और विभिन्न सेवा शिविर के जुझारू कार्यकर्ता माहौल को भक्तिमय करते दिखे।

इधर डाकबमो की संख्या ज्यादा होने की वजह से मंदिर का पट दो बजे ही खोलना पड़ गया। वही मंदिर की व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए प्रशासन द्वारा मंदिर परिसर में नियंत्रण कक्ष काम करता रहा। जिसमें प्रतिनियुक्त पदाधिकारी मौजूद रहे। हालांकि बख्तियारपुर थाना अध्यक्ष कृष्ण कुमार एवं सलखुआ पुलिस माठा चौक पर बाइकर्स गैंग की खबर लेते देखे गए। इसके अलावे माठा चौक से फनगो हॉल्ट तक बाइकर्स गैंग अपने कारनामों से बाज आते नहीं दिए।