अध्यक्ष व उपाध्यक्ष प्रतिनिधि ने प्रेस वार्ता कर कई बिन्दुओं पर पूर्व अध्यक्ष व बीजेपी नेता को घेरा
साफ सफाई टेंडर से उपजे टकराहट के बीच नगर सरकार का विपक्ष पर कड़ा हमला
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) हाल के दिनों में नगर परिषद सिमरी बख्तियारपुर द्वारा साफ सफाई का टेंडर निकालने के बाद उपजे विवाद के बीच विपक्ष द्वारा नगर सरकार को कटघरे में खड़े कर देने के बाद गुरुवार को अध्यक्ष व उपाध्यक्ष प्रतिनिधि ने विपक्ष पर एक के बाद एक बड़े आरोप लगा इस लड़ाई को गति प्रदान कर दिया है।
गुरुवार को नगर परिषद कार्यालय स्थित कार्यपालक पदाधिकारी के वेश्म में अध्यक्ष प्रतिनिधि हस्सान आलम और वार्ड पार्षद सह सशक्त स्थायी समिति के सदस्य एवं उपाध्यक्ष प्रतिनिधि विकास कुमार विक्की ने प्रेस वार्ता कर नप के पूर्व अध्यक्ष व बीजेपी नेता रितेश रंजन पर हमलावर होते हुए कई खुलासे किए हैं।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए विकास कुमार विक्की ने कहा कि पूर्व नगर अध्यक्ष रौशन आरा ने अपने कार्यकाल में अपने सगे – संबंधियों के नाम पर वाहन मद से लाखों की निकासी कर ली।
जिसमें पूर्व नगर अध्यक्ष के रिश्तेदार जीशान सिद्दकी के नगर कार्यालय में जून 2018 से दिसंबर 2018 तक चल रहे गाड़ी संख्या बीआर 2 के 8587 के वाहन भाड़ा के रूप में लगभग 1 लाख 87 हजार 756 रुपया का भुगतान लिया गया। वही उनके ही रिश्तेदार जुबैर आलम के गाड़ी संख्या बीआर 19 एफ 8196 के वाहन भाड़ा के रूप में जनवरी 2019 दिसंबर 2021 तक 12 लाख 93 हजार 866 रुपया का भुगतान लिया गया।
उन्ही के रिश्तेदार शाहिद इकबाल के गाड़ी संख्या बीआर 55 पी 5137 के वाहन भाड़ा के रुप में अक्टूबर 2017 से दिसंबर 2018 तक लगभग चार लाख 25 हजार 640 रुपया का भुगतान लिया गया। वही एक और रिश्तेदार आफताब आलम के गाड़ी संख्या बीआर 50 पी 0001 के वाहन भाड़ा के रूप में जनवरी 2019 से दिसंबर 2019 तक लगभग 2 लाख 97 हजार 241 का भुगतान लिया गया।
वार्ड पार्षद ने आरोप लगाते हुए कहा कि नगर परिषद में चल रही इन गाड़ियों में कोई भी गाड़ी कोमर्शियल नही थी। बावजूद अपने पद का दुरुपयोग करते हुए सरकारी राशि का उठाव कर लिया गया।
● सरकारी जमीन पर घर निर्माण का आरोप – प्रेस वार्ता के दौरान वार्ड पार्षद विकास कुमार ने पूर्व नगर अध्यक्ष रौशन आरा और उनके पति मोजाहिर आलम पर सरकारी भूमि पर तत्कालीन नगर पंचायत के अनुमति के बिना नक्शा पास कराये करीब 20 लाख रुपये का मकान बनाने का आरोप लगाया है। इस मामले का खुलासा करते हुए कहा कि इसकी भी गंभीरता से जांच हो तो मामला स्पष्ट हो जाएगा।
रही बात नगर परिषद के टेंडर को लेकर हुए विवाद की तो यह स्पष्ट कर दूं कि नप ने जो टेंडर निकाला है वह सरकारी गाइडलाइन के हर बिंदु का पालन करते हुए निकाला गया है। इसमें जो पक्षपात का आरोप लगाया है वह सरासर गलत और बेबुनियाद है।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व नगर अध्यक्ष पति मोजाहिर आलम और पूर्व जिप उपाध्यक्ष रितेश रंजन के द्वारा संयुक्त रूप से एक कंपनी बनाई गई है। उस कंपनी के जड़िये वह नगर की साफ – सफाई का टेंडर लेना चाहते है जो संभव नही होने के कारण बेतुका और अनर्गल बयान दे रहे है।
हालांकि पुरे मामले पर पूर्व अध्यक्ष प्रतिनिधि मुजाहिर आलम ने सभी आरोप को बेबुनियाद बताया है। वहीं बीजेपी नेता रितेश रंजन ने कहा कि जब टेंडर मामले में नगर की सरकार जनता के बीच बेनकाब हो गई तो उल्टे पुल्टे आरोप लगा रही है। पूर्व के कार्यकाल में आरोप लगाने वाले स्वयं उपाध्यक्ष थें। उस वक्त क्यों मौन धारण किए थे।