अधिकृत विक्रेता कहते हैं बीज आएगा तब ना देंगे, बीज कंपनी नहीं दे रही है बीज
- सरकार किसानों को 19.50 रूपए प्रति किलो अनुदानित दर पर दे रही है बीज
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) रबी फसल का मुख्य खेती किसान गेहूं को मानते हैं। अभी गेहूं बोने का उपयुक्त समय है। लेकिन गेहूं बीज के लिए किसान दर दर की ठोकरें खा रहे हैं। अधिकृत विक्रेता बीच कंपनी द्वारा बीज नहीं देने का रोना रो रहे हैं। किसान खुले बाजार से आने पौने दामों पर गेहूं बीज खरीदने को मजबूर हैं।
लक्ष्य से कम मिला है अब तक आवंटन : कृषि कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल क्षेत्र के तीन प्रखंड में लक्ष्य से कम अब तक बीज प्राप्त हुआ है। सिमरी बख्तियारपुर को 540 क्विंटल लक्ष्य के विरुद्ध अब तक मात्र 274.8 क्विंटल गेहूं बीज मिला है। वहीं बनमा ईटहरी में 110 क्विंटल की जगह 62 क्विंटल जबकि सलखुआ में 132.8 क्विंटल लक्ष्य के विरुद्ध लगभग लक्ष्य प्राप्त कर लिया है।
इस प्रकार 800 क्विंटल लक्ष्य के विरुद्ध 468.6 क्विंटल बीज मिला है। अभी भी कम से कम साढे तीन सौ क्विंटल गेहूं बीज की जरूरत बताई जा रही है। अधिकृत विक्रेता का कहना है कि बीज कंपनी बीज भेज ही नहीं रही है। बीज आएगा तो वितरण किया जाएगा।
किसान ओटीपी लेकर भटक रहे हैं : सरकार किसानों को पीबीडब्लू 343 प्रभेद जो खुला बाजार मुल्य 39 रूपए प्रति किलो मिलता है उसे किसानों को अनुदानित दर पर 19.5 रूपए प्रति क्विंटल देती है। इसके लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना पड़ता है। किसान ऑनलाइन आवेदन कर ओटीपी लेकर अधिकृत विक्रेता के यहां जाते हैं लेकिन दुकानदार यह कह कर लौटा दे रहे हैं कि बीज नहीं आया है।
क्या कहते हैं कि बीएओ : इस संबंध में सिमरी बख्तियारपुर के प्रखंड कृषि पदाधिकारी जय नारायण झा से पुछे जाने पर बताया कि हम लोग कुछ नहीं कर सकते हैं। जो बीज कंपनियां सरकार से समझौता, बीज देने के लिए कि है वह बीच अधिकृत विक्रेता को बीज नहीं दे रहे हैं तो कैसे बीज वितरण होगा। बीज आने पर वितरण किया जायेगा।