हत्यारोपी राजकुमार कम उम्र में ही अपराध की दुनिया में रख चुका था कदम
- चोरी के आरोपी में जा चुका है बाल सुधार गृह, अपहरण कांड में पुलिस को थी तलाक
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के रायपुरा पंचायत के बाबा रघुनी स्थान के पास शनिवार देर रात 28 वर्षीय युवक पुंजित यादव की हत्या मामले में घटना के लगभग 72 घंटे बाद भी बख्तियारपुर पुलिस के हाथ खाली है। वही पुलिस लगातार हत्यारोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की बात कह रही है। मुख्य आरोपी राजकुमार यादव कम उम्र में ही अपराध की दुनिया में कदम रख चुका था।
चोरी के बाइक के साथ हुआ था गिरफ्तार : पुंजित यादव हत्याकांड के मुख्य आरोपी महखड़ गांव राजकुमार यादव कम उम्र में ही अपराध की दुनिया में कदम रख चुका था। सिमरी बख्तियारपुर -सहरसा सड़क मार्ग के सोनवर्षा कचहरी ओपी क्षेत्र के खड़गपुर धर्मकांटा के समीप 25 सितंबर 21 को एक चोरी की बाइक के साथ सोनवर्षा कचहरी ओपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। इस मामले में थाना कांड संख्या 745/21 दर्ज किया गया।
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चोरी की बाइक के साथ गिरफ्तार होने के समय राजकुमार यादव की उम्र महज 17 वर्ष होने की वजह से उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया था। बताया जा रहा है कि करीब पांच माह पहले बालिग होने पर बाल सुधार गृह से छोड़ा गया। छुटने के बाद भी पुनः अपने पुराने साथियों के संग अपराध की दुनिया में आगे कदम बढ़ाने लगा।
अपरहण मामले में बना अप्राथमिकी अभियुक्त : पुंजित यादव हत्याकांड से महज डेढ़ माह पहले भौरा भिखा गाछी के समीप से कुंदन कुमार का अपहरण बदमाशों के द्वारा कर लिया गया। इस मामले में पुलिस के दबाव बाद अपहरणकर्ताओं ने अपहृत को छोड़ दिया। इस मामले में अनुसंधान उपरांत इस बात का खुलासा हुआ कि अपहृत कुंदन को राजकुमार ने अपने यहां पनाह दी थी। इस मामले में राजकुमार यादव को अप्राथमिकी आरोप बनाया गया जिसमें पुलिस को राजकुमार की तलाश थी।
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● 24 घण्टे में हत्यारोपी के गिरफ्तारी का मिला था आश्वासन : बीते शनिवार की रात पूंजीत यादव हत्या की घटना से आक्रोशितो को सहरसा एसपी लिपि सिंह की ओर से 24 घंटे में हत्यारोपी की गिरफ्तारी का आश्वाशन मिला था। लेकिन कई दिन बीतने के बाद भी अब तक गिरफ्तारी ना होने से परिजन दोबारा सड़क जाम कर ने की बात कह रहे है। ज्ञात हो कि पूंजीत की हत्या के बाद आसपास के ग्रामीणों ने रविवार सुबह छह बजे ही सिमरी बख्तियारपुर – सहरसा मार्ग को हुसैनचक के पास जाम कर जमकर नारेबाजी किया एवं तत्काल हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
आक्रोशित लोग घटना स्थल पर एसपी को बुलाने की मांग पर अड़ गए। जाम की सूचना पर पहुंचे डीएसपी मो इम्तियाज अहमद ने आक्रोशित लोगो को काफी समझाया लेकिन वे लोग नही माने। फिर डीएसपी इम्तियाज अहमद, प्रखंड प्रमुख शबनम कुमारी के द्वारा मृतक के परिजन को एसपी लिपि सिंह से फोन पर बात कराया गया। एसपी लिपि सिंह ने 24 घंटे के अंदर हत्यारोपी की गिरफ्तारी करने का आश्वासन दिया। तब जाकर आक्रोशित ग्रामीण मानें एवं करीब 5 घंटे के बाद जाम समाप्त किया गया था।
● पत्नी अब भी बदहवास : पूंजीत यादव की हत्या के 72 घंटे बाद भी मृतक की पत्नी रूबी देवी बदहवास बनी हुई है। घटना के बाद दो छोटे – छोटे बच्चे के भी आंखों के आंसू नही रुक रहे। मृतक की पत्नी रूबी देवी फफकते हुए बताती है कि काश, पति रुक जाते तो यह नही होता। मैने कहा था मत जाइए, लेकिन वह चले गए।
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