जिलाधिकारी ने चिन्हित गांवों में हाउस टू हाउस सर्वे का दिया था निर्देश
सिमरी बख्तियारपुर, बनमा-ईटहरी एवं महिषी प्रखंड की कर्मीयों ने बरती थी लापरवाही
सहरसा। कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर सहरसा जिले में एक मार्च से 23 मार्च तक की अवधि में बाहर से आए व्यक्तियों जिनका विदेश यात्रा का इतिहास रहा है। ऐसे व्यक्तियों को चिह्नित कर हाउस टू हाउस सर्वे का जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है। जिलाधिकारी कौशल कुमार द्वारा सहरसा जिलान्तर्गत चिह्नित गांव में हाउस टू हाउस सर्वे कर स्वास्थ्य जांच का आदेश दिया गया था।
गत 16 अप्रैल से 21 अप्रैल तक प्रतिनियुक्त जांच टीम द्वारा हाउस टू हाउस सर्वे कराया गया। हाउस टू हाउस सर्वे की संध्याकालीन ब्रीफिग में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों ने समीक्षा के दौरान यह जानकारी दी कि 17 आंगनबाड़ी सेविका और एक आशा कार्यकर्ता हाउस टू हाउस सर्वे कार्य में अनुपास्थित पाई गई। इसपर जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उपरोक्त सभी 18 कर्मियों को चयनमुक्त करने का आदेश दिया।
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हाउस टू हाउस सर्वे कार्य में अनुपस्थित आंगनबाड़ी सेविका महिषी प्रखंड अन्तर्गत केंद्र सं.-113 की सविता भारती, केंद्र संख्या-155 की संगीता कुमारी, केंद्र संख्या -214 की अंशु कुमारी, केन्द्र संख्या -220 की पिकी देवी हाउस टू हाउस सर्वे कार्य में आदेश के पश्चात भी अनुपस्थित रहीं।
वहीं बनमा ईटहरी प्रखंड अन्तर्गत आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या -21 की फातमा खातून, केन्द्र संख्या 83 की जूही खातून, केन्द्र संख्या 20 की विनीता कुमारी, केन्द्र संख्या -81 की श्वेता कुमारी, केन्द्र संख्या -35 की रेणु कुमारी, केंद्र संख्या-31 की बीबी अमना साजी, केंद्र संख्या -24 की पुष्पा कुमारी, केंद्र संख्या -87 की सीमा खातून, एवं केंद्र संख्या -41 की सेविका सुनीता कुमारी अनुपस्थित थीं।
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वहीं सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के केंद्र संख्या -42 की सेविका नूतन कुमारी एवं आशा कार्यकर्ता रिकु कुमारी कार्य से अनुपस्थित थीं। उपरोक्त कर्मीयों पर डीएम ने कार्रवाई का आदेश दिया है। ऐसे सभी को चयनमुक्त कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार के निर्देश पर जिन व्यक्तियों का विदेश यात्रा का इतिहास रहा है, कि गृह मंत्रालय से प्राप्त सूची के आलोक में सहरसा जिला अन्तर्गत विभिन्न प्रखंडों एवं नगर निकाय क्षेत्र के 85 गांव हाउस टू हाउस सर्वे हेतु चिह्नित किए गए थे। इन चिह्नित गांवों में जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में आशा कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी सेविका की टीम द्वारा 16 अप्रैल से अभियान के अंतर्गत हाउस टू हाउस सर्वे का कार्य आरंभ किया गया था।
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निर्धारित पांच दिन में अभियान के अंतर्गत उक्त चिह्नित गांव के कुल-7303 घरों के 35629 व्यक्तियों का सर्दी, खांसी, बुखार आदि लक्षण के संदर्भ में सर्वे किया गया। सर्वे में कुल-105 व्यक्तियों में सर्दी, खांसी, बुखार से संबंधित लक्षण सर्वे टीम द्वारा प्रतिवेदित किया गया। जिसके आलोक में मेडिकल टीम द्वारा उन व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच की गई तथा संदिग्ध पाए गए 21 व्यक्तियों के कोरोना संक्रमण जांच के लिए सैंपल लिये गये हैं। उक्त सैंपल को दरभंगा मेडिकल कॉलेज जांच के लिए भेजा गया है। श्रोत जागरण।