बाहरी उम्मीदवार पसंद नहीं, स्थानीय व युवा को मिलना चाहिए था प्रतिनिधित्व : मिथिलेश विजय
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती : बिहार के पांच विधानसभा उपचुनाव को लेकर अभी गहमागहमी जारी है। इस बीच राजद नेता मिथिलेश विजय ने राजद प्रत्याशी के विरूद्ध विरोध का बिगुल फूंक दिया है।
वहीं सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर उम्मीदवारों का टिकट की होड़ और बैठकों का दौड़ जारी है। एनडीए ने अपना प्रत्याशी जहां डा अरूण कुमार को बनाया है वहीं राजद ने यहां से अपने जिलाध्यक्ष जफर आलम को टिकट दिया है।
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इसी कड़ी में गुरुवार को टिकट की दौर में चल रहे, टिकट से वंचित सलखुआ पंचायत के मुखिया सह राजद पंचायती राज प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मिथिलेश विजय ने अपने सलखुआ स्थित आवास पर एक बैठक आयोजित की। बैठक में मुख्य तौर पर आगामी चुनावी रणनीति को लेकर विचार – विमर्श किया गया।
इस मौके पर उन्होंने पार्टी की ओर से सिमरी बख्तियारपुर उप चुनाव में उतारे गए जफर आलम के मुद्दे पर कटाक्ष करते हुए मिथिलेश विजय ने कहा कि जिस व्यक्ति को टिकट दिया गया है, वह स्थानीय व्यक्ति नही है। उनका घर सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा में नही है। ये योग्य उम्मीदवार नही है। जनता के विश्वास पर खड़े उतरने वाले नही है।
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वही टिकट नही मिलने के मुद्दे पर मिथिलेश विजय ने कहा कि राजद के शीर्ष नेता लालू जी और तेजस्वी जी के पीठ पीछे छुरा घोप रहे है। तेजस्वी जी ने कहा था कि मुकेश जी के संपर्क में रहिये, मुकेश जी से जब बात हुई तो मुझे सौ प्रतिशत सन्तुष्ट कर दिया गया था कि टिकट आपको ही मिलेगा।
चुनाव लड़ने को लेकर मिथिलेश विजय ने कहा कि आगामी चौबीस घंटे के अंदर मै अपने चुनाव लड़ने को लेकर फैसला करूँगा। लोकतंत्र में जनता मालिक है। जनता से संवाद जारी है। यदि वो बोल देंगे कि चुनाव में उतरने के किये तो उतरेंगे। जनता का फैसला सर्वमान्य होंगे।
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इस मौके पर दिनेश यादव, पवन यादव, मिथिलेश भगत, वीरेंद्र यादव, नवलकिशोर निषाद, नियाज आलम, शंकर दयाल, जय कृष्ण निषाद, राजकिशोर निषाद, दिनेश ठाकुर, भोला महतो, रामचंद्र सादा, सुनील यादव, घोलटन यादव, रोहित चौधरी, जयप्रकाश चौधरी, हरिकिशोर चौधरी, गणेश महतो, बुलक निषाद, जनक साहनी सहित अन्य मौजूद थे।