मृतक छात्र के मामा ने बख्तियारपुर थाना में लिखित आवेदन देकर दर्ज कराया एफआईआर

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के वृंदावन के पीछे निर्माणाधीन एनएच 107 सड़क मार्ग पर मंगलवार हुए सड़क हादसे में एक छात्र की हुई मौत मामले में मृतक छात्र के मामा परमानंद कुमार ने बख्तियारपुर थाना में लिखित आवेदन देकर टैगोर पब्लिक स्कूल के संचालक प्रमोद भगत एवं ट्रैक्टर चालक पर केस दर्ज करवाया है।

थाना में दिए आवेदन में थाना क्षेत्र के बलहमपुर गांव के वार्ड संख्या तीन निवासी मृतक छात्र प्रीतम कुमार के मामा परमानंद कुमार ने कहा है कि उसका भांजा आवासीय टैगोर पब्लिक स्कूल के छात्रावास में रह कर कक्षा आठ में पढ़ाई करता था।

मंगलवार को करीब तीन बजे स्कूल के संचालक शिक्षक के द्वारा प्रबंधक के आदेशानुसार भांजा प्रीतम कुमार को बाइक से एक अन्य छात्र मोनू कुमार के साथ किसी कार्य के लिए भेजा गया। जिसके बाद उक्त दोनों छात्र जैसे ही बाइक से कुछ दूर आगे निर्माणाधीन एनएच 107 के समीप पहुंचा की सामने से आ रही रही एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने उसके बाइक में भीषण टक्कर मार दिया।

जिससे प्रीतम कुमार की मौत हो गई और एक अन्य छात्र गंभीर रूप से जख्मी हो गया। जिसका इलाज चल रहा है। दर्ज एफआईआर में साफ तौर पर आरोप लगाया गया है कि प्रीतम को आवासीय टैगोर पब्लिक स्कूल के छात्रावास में प्रबंधक प्रमोद भगत के विश्वास पर ही छात्राबास में पढ़ने के लिए दिया था। नाबालिग भांजे को बाइक देने की ही वजह से उपरोक्त घटना होने की जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधक प्रमोद भगत पर लगाया गया है।

वहीं पूरे मामले पर बख्तियारपुर थाना अध्यक्ष अजय कुमार पासवान ने बताया कि मृतक छात्र के मामा के द्वारा दिए गए लिखित आवेदन पर स्कूल के संचालक प्रमोद भगत और ट्रैक्टर चालक पर केस दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है। इधर बुधवार को पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवा कर स्वजनों को सौंप दिया।

हालांकि वहीं पुरे मामले पर टैगोर पब्लिक स्कूल के प्रबंधक प्रमोद भगत ने बताया कि वो 29 दिसंबर को दिल्ली आ गए हैं। स्कूल में छुट्टी चल रही है। मेरे विद्यालय में हॉस्टल की सुविधा नहीं है। हादसे का शिकार छात्र प्रीतम, प्रमोद कुमार जो उनका संबंधी हैं के साथ रहता था, बाइक भी उसने ही बच्चे को दिया था। उन पर लगाए गए आरोप बेबूनियाद है।

हालांकि अब देखने वाली बात होगी कि आरोप प्रत्यारोप के बीच पुलिस एफआईआर दर्ज कर बच्चे की मौत मामले की छानबीन शुरू कर दिया है तो आगे क्या सामने आता है। कई अहम सवाल का खुलासा होना बाकी है, मसलन जहां बच्चा रहकर पढ़ाई करता था क्या वह टैगोर पब्लिक स्कूल का हॉस्टल है? अगर हॉस्टल संचालित था तो क्या सरकारी मानक को पुरा करते हुए पंजिकृत था?

मृतक छात्र प्रीतम, फाइल फोटो

नाबालिग छात्र को बाइक क्यों दिया गया जो ग़ैर क़ानूनी हैं। अब जब छात्र की मौत हो गई है तो सच्चाई भी इस मामले में सामने आनी चाहिए और दोषी को कड़ी से कड़ी सजा मिले ताकि किसी परिवार का चिराग जलने से पहले ही ना बुझ जाए। अब सबकी निगाहें पुलिस जांच पर टिक गई है।

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