आगजनी कर गिरफ्तारी व उचित मुआवजा की मांग को लेकर तीन घंटे तक किया जाम

एसडीपीओ बोले प्रथम दृष्टया हत्या का मामला हो रहा है प्रतीक, जल्द हत्यारोपी कर ली जाएगी गिरफ्तारी

गुरुवार देर शाम बुनियादी केन्द्र के उपरी मंजिल के एक कमड़े से मिला था निजी सुरक्षा गार्ड का शव

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) बख़्तियारपुर थाना से महज कुछ दूरी पर स्थित बुनियादी केंद्र के उपरी मंजिल के एक कमड़े से निजी सुरक्षा गार्ड का गुरुवार को शव मिलने के बाद, शुक्रवार को पोस्टमार्टम उपरांत आक्रोशित ग्रामीणों ने सिमरी बख्तियारपुर – सहरसा पथ के भौरा चौक के समीप सड़क पर शव को रखकर जाम कर दिया।‌ करीब तीन घंटे तक चले जाम एसडीपीओ, इंस्पेक्टर व थानाध्यक्ष के अथक प्रयास बाद समाप्त कराया गया।‌

घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने शुक्रवार सुबह सात बजे से सिमरी‌बख्तियारपुर-सहरसा सड़क मार्ग के भौरा चौक के दोनों ओर बांस बल्ला लगाकर टायर में आग लगाकर जाम कर दिया। जाम कर रहे जाप नेता पुनपुन यादव सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने गार्ड की हत्या कर दिए जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

सड़क को जाम करने के बाद दोनों तरफ चार चक्का वाहन, दो पहिया वाहन की लम्बी कतार लग गई। जिसके कारण जरूरी काम से जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। जाम का अगुवाई कर रहे जाप नेता पुनपुन यादव सहित अन्य ग्रामीणों ने प्रशासन की लेट लतीफे रवैये को देखते हुए सिमरी‌ बख्तियारपुर-सहरसा सड़क मार्ग पर सैकड़ों ग्रामीणों के साथ बैठ गए।

वहीं आक्रोशितों बपुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर भड़ास निकाला। उन्होंने कहा कि ये आत्महत्या नहीं हत्या है। किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा हत्या कर साक्ष्य छुपाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ये बुनियादी केंद्र नहीं बल्कि बर्बादी केंद्र है। कहा कि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द मुआवजा मिले और मृतक के स्वजनों में किसी एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी मिले।

वहीं जाम की सूचना पर जाम स्थल पर दल बल के साथ पहुंचे बख़्तियारपुर थानाध्यक्ष अजय कुमार पासवान ने जाम कर रहे ग्रामीणों को काफी समझाने बुझाने का प्रयास किया। लेकिन आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस की एक न सुनी और जाम कर नारेबाजी करते रहे। ग्रामीणों वरीय पदाधिकारी को बुलाने की मांग पर आरे रहे।

जिसके बाद घटना की सूचना सिमरी‌बख्तियारपुर एसडीपीओ मुकेश कुमार ठाकुर को दी गई। सूचना पर जाम स्थल पर पहुचे एसडीपीओ मुकेश कुमार ठाकुर, सर्किल इंस्पेक्टर मो सुजाउद्दीन, अपर थानाध्यक्ष इंदल गुप्ता, सीओ शुभम वर्मा, बीडीओ जयकिशन सहित अन्य पदाधिकारी ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश में लगे रहे। जिसके बाद एसडीपीओ के जल्द मामले पर से पर्दाफाश करने के आश्वासन पर करीब तीन घटे बाद जाम को समाप्त किया गया।

वहीं पुलिस ने घटनास्थल बुनियादी केंद्र के जिस कमरे में घटना हुई उस कमरे को शील करते हुए सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुट गई है। वही शुक्रवार को बुनियादी केंद्र पहुंचे एफएसएल की टीम ने जांच पड़ताल की। टीम ने तकनीकी रूप से साक्ष इकट्ठा कर अपने साथ ले गई।

मृतक के पिता लिखित आवेदन देकर मैनेजर व गार्ड पर लगाया हत्या का आरोप : बुनियादी केंद्र में तैनात निजी सुरक्षा गार्ड सचिन कुमार की मौत के बाद शुक्रवार को थाना क्षेत्र के भौरा गांव के वार्ड संख्या छह निवासी मृतक गार्ड के पिता सतीश तांती ने बख़्तियारपुर थानाध्यक्ष को लिखित आवेदन देकर बुनियादी केंद्र के मैनेजर सहित अन्य कर्मियों के मिली भगत से पुत्र की हत्या करने का आरोप लगाया है।

थाना में दिए आवेदन में उन्होंने कहा है कि उसका पुत्र सचिन कुमार बुनियादी केंद्र में सुरक्षा गार्ड के पद पर काम करता था और गुरुवार को अपने नियत समय से घर नहीं पहुंचा तो उसके पिता द्वारा खोजबीन की जाने लगी। खोजबीन के दौरान जब वह बुनियादी केंद्र अन्य ग्रामीणों के साथ पहुचे तो देखा कि उसका पुत्र बुनियादी केंद्र के तीसरी मंजिल के एक कमरे में अचेतावस्था में पड़ा हुआ है।

उसके बाद उन्होंने मामले की सूचना स्थानीय थाना पुलिस को दी। थानाध्यक्ष अजय कुमार पासवान पुलिस बलों के साथ घटनास्थल पर पहुंच पुत्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।‌ थाना को दिए आवेदन में मृतक के पिता ने बुनियादी केंद्र के मैनेजर व कार्यरत दो सुरक्षा गार्ड कुंदन कुमार एवं सतीश कुमार पर अपने पुत्र की हत्या करने का आरोप लगाया है।

वहीं पुरे मामले पर एसडीपीओ मुकेश कुमार ठाकुर ने बताया कि प्रथम दृष्टया हत्या का मामला लग रहा है। एफएसएल टीम को बुलाया गया है। दिए गए आवेदन के आलोक में केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है।‌ जल्द पुलिस मामले का उद्भेदन कर लेगी।

यहां बताते चलें कि गुरुवार देर शाम बुनियादी केन्द्र में तैनात नगर क्षेत्र के भौरा गांव निवासी सचिन कुमार का शव केन्द्र के उपरी मंजिल पर स्थित एक कमड़े से पुलिस ने बरामद किया था। पुलिस शव को पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप मामले की छानबीन शुरू कर दिया। वहीं गुरुवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया।

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