बड़े शहरों में पढ़ने वाले छात्रों से भी अच्छे अंक प्राप्त रहा हैं सहरसा में छात्र 

720 में 690 अंक प्राप्त कर प्रगति क्लासेस के छात्रों ने ब्रांडेड संस्थानों को दी कड़ी टक्कर 

सहरसा : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NEET 2024 Result) ने 4 जून को नीट परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। इस साल नीट यूजी के लिए 24 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इनमें से 23 लाख 33 हजार 297 परीक्षा में शामिल हुए थे जबकि 13 लाख से अधिक यानी 56.4% परीक्षार्थी परीक्षा में उत्तीर्ण हुए।

इसी कड़ी में बड़े शहरों के ब्रांडेड कोचिंग संस्थानों की तर्ज़ पर सहरसा में नीट परीक्षा की तैयारी करवाने वाली कोचिंग सेंटर प्रगति क्लासेस के छात्रों ने भी परचम लहराया है। यह संस्था लगातार बड़े शहरों के कोचिंग संस्थानों को टक्कर देते हुए कम खर्च में अच्छे अंकों से रिजल्ट दे रहा है। इस बार इस संस्थान के दो छात्र शिवकुमार व प्रियांशु प्रिंस ने 720 में 690 अंक प्राप्त कर परचम लहरा दिया है।‌

सहरसा शहर के रिफ्यूजी कॉलोनी स्थित प्रगति क्लासेस के संस्थापक व निर्देशक चंदन कुमार व नंदन कुमार ने बताया कि प्रगति क्लासेज पिछले 10 वर्षों से लगातार मेडिकल एवं इंजीनियरिंग में अच्छे परिणाम देकर एक विश्वसनीय संस्थान के रूप में अपने आपको स्थापित किया है। यहां बड़े शहरों के बड़े संस्थानों के भांति ही छात्र-छात्राओं को यहां हरेक तरह की सुविधाएं प्रदान की जाती है वो भी इतने कम खर्च में कि कोई सोच भी नहीं सकता है।

दोनों भाईयों ने कहा कि अभिभावक बड़े शहरों के चकाचौंध से बचें। बड़े शहरों व ब्रांडेड संस्थानों से तैयारी करवाने को अपनी प्रतिष्ठा ना बनाएं। वहां बच्चों को प्रतिदिन विभिन्न तरह की समस्याओं से अकेले ही जूझना पड़ता है। जिससे उनके तैयारी में प्रतिकूल असर पड़ता है साथ ही अभिभावकों को भी आर्थिक एवं मानसिक परेशानियों से गुजरना होता है।

जबकि अपने शहर में रहकर तैयारी करने से बच्चों के सभी तरह की समस्याओं से निपटने के लिए उनके अभिभावक उनके करीब होते हैं, जिससे बच्चों का मानसिक मजबूती बना रहता है और उनके तैयारी में सहायक सिद्ध होता है। छात्र व छात्राएं के लिए अलग अलग हॉस्टल की सुविधा उपलब्ध है। वहीं छात्राएं के लिए ट्रान्सपोटेशन की भी सुविधा है। हर तरह की सुविधा के साथ जब रिजल्ट यहां मिल रहा है तो बड़े शहर क्यों जाएं..!

इन दोनों ने बताया कि शिवकुमार व प्रियांशु प्रिंस ने जहां 690 अंक प्राप्त किया है वहीं प्रज्ञा सिंह 650, अविनाश कुमार 650, मधु कुमारी 643 अवंतिका 643, ईशा भारती 642, मेघा सिंह 632, राकेश रंजन 630, आदित्य कुमार 630, साक्षी सिंह 621 के साथ-साथ लगभग 25 बच्चों ने 600 से ऊपर अंक प्राप्त कर यह साबित किया है कि सफलता बड़े शहरों का मोहताज नहीं है।

यहां बताते चलें कि नीट यूजी परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए छात्रों को 50 प्रतिशत अंकों की जरूरत होती है। इस साल नीट परीक्षा में क्वालिफाइंग मार्क्स में बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल अनारक्षित श्रेणी के लिए क्वालिफाइंग मार्क्स रेंज 720 से 137 था, जो इस साल बढ़कर 720 से 164 हो गया है।

वहीं पिछले साल ओबीसी एससी और एसटी श्रेणियों के लिए क्वालिफाइंग मार्क्स रेंज 136 से 107 था, जो इस साल बढ़कर 163 से 129 हो गई है। इस साल नीट के लिए रजिस्ट्रेशन में 16.85% की वृद्धि हुई है। कैटेगरी वाइज क्वालीफाइड स्टूडेंट की बात करें तो इस साल जनरल वर्ग के 3 लाख 33 हजार 932, ईडब्ल्यूएस के 1 लाख 16 हजार 229, ओबीसी वर्ग के 6 लाख 18 हजार 890, एससी वर्ग के 1 लाख 78 हजार 738 और एसटी वर्ग के 68 हजार 479 उम्मीदवार उत्तीर्ण हुए हैं।