संग्रहालय में रखी पौराणिक महत्व के मुर्तियों का किया अवलोकन
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) अमेरिका के इवान्स्टन स्थित नॉर्थ वेस्टर्न यूनिवर्सिटी में इतिहास विभाग के एमेरिटस प्रोफेसर रॉब लिनरोथ इन दिनों नवीनतम शोधों को लेकर बिहार के दौरे पर हैं। इसी क्रम में वे अपनी सहयोगी टीम के साथ जिले के प्रसिद्ध बाबा मटेश्वर धाम मंदिर पहुंचे जहां पौराणिक महत्व विभिन्न प्रकार के वस्तुओं व मुर्ति का अवलोकन किया।
इस मौके पर उनके सहयोगी दिल्ली विवि की शोध की छात्रा सुष्मिता नंदन व ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के प्राचीन इतिहास विभाग के शोध छात्र मुरारी कुमार झा भी मौजूद थे।
प्रो. रॉब लिनरोथ ने बताया कि यूजीसी केयर लिस्टेड शोध पत्रिका ‘मिथिला भारती’ में वर्ष 2018 से 2023 तक प्रकाशित हो चुके शोध आलेखों में जितने भी देवी- देवताओं की मूर्तियों की तस्वीरें अंकित या प्रकाशित की गयी हैं, उन सभी को देखने एवं उनके अध्ययन करने की योजना पर उन्होंने काम करना शुरू कर दिया है।
इस क्रम में वे दरभंगा के अलावा मधुबनी व समस्तीपुर के अलावा मुजफ्फरपुर, मधेपुरा और सुपौल जिले व आज सहरसा जिले के विभिन्न स्थानों पर गया। आज जब इस क्रम में प्रसिद्ध बाबा मटेश्वर धाम पहुंचे तो यहां हाल के दिनों में मंदिर निर्माण के दौरान मिले खुदाई में जो भी मुर्ति मिली है उसकी तस्वीर ली। इस दौरान कांवरिया संघ के अध्यक्ष मुन्ना भगत ने टीम को मंदिर परिसर का मुआयना करवाया। बतौर मुन्ना भगत ने बताया कि प्रोफेसर रॉब मंदिर परिसर के संग्रहालय में रखे मुर्ति को बड़े गौर से देखा उन्होंने सबकी तस्वीरें ली और बहुत कुछ जानकारी ली।
यहां बताते चलें कि 2016-2017 में लिनरोथ को पूर्वी भारत में बिहार, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में 8 वीं से 13 वीं सदी की मूर्तिकला पर फील्डवर्क करने के लिए अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन स्टडीज से सीनियर फेलोशिप मिल चुका है। यहां बताते चलें कि प्रोफेसर रॉब इससे पहले कंदाहा सूर्य मंदिर, उग्रतारा मंदिर महिषी, संत बाबा कारू खिरहर संग्रहालय सहरसा का भी दौरा किया