एक की हालत गंभीर, मौत को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म, छानबीन में जुटी पुलिस
सहरसा – इस वक्त की एक बड़ी खबर सहरसा से सामने आ रही है जहां शौचालय का सेप्टिक टैंक की सेटरिंग खोलने के दौरान गृहस्वामी सहित चार मजदूर की दर्दनाक मौत हो गई है। वहीं एक की हालत स्थिर बताई जा रही है। पुलिस व अधिकारी घटनास्थल पहुंच मामले की जांच शुरू कर दिया है।
घटना महिषी थाना क्षेत्र के महिसरहो गांव की बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि शौचालय के सेप्टिक टैंक में काम करने घुसे पांच मजदूर और एक राज मिस्त्री अचानक बेहोश हो गए। आनन-फानन बेहोशी की हालत में उन्हें महिषी अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषत कर दिया है। वहीं एक अन्य की हालत स्थिर बनी हुई है।
घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार महिसरहो गांव में कैलाश चौधरी के नवनिर्मित शौचालय की टंकी की सेटरिंग खोलने टंकी में उतरे राज मिस्त्री और दो मजदूरों सहित गृहस्वामी की सोमवार शाम को मौत हो गई। इस घटना में गृहस्वामी के बेटे की भी हालत गंभीर थी, लेकिन प्राथमिक उपचार के बाद उसकी स्थिति स्थिर है।
आशंका जताई जा रही है कि जहरीली गैस के कारण इन लोगों की मौत हुई है। हालांकि, कुछ ग्रामीणों ने करंट के कारण भी मौत की चर्चा कर रहे हैं। मौत को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। जितनी मुंह उतनी बातें हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि टैंक में रौशनी के लिए लोग तार में बल्ब लगाकर उतरे थे, लेकिन बल्ब और तार जमीन पर गिर गया था।
मृतकों में राजमिस्त्री शंभू साह (45), गृहस्वामी कैलाश चौधरी (55), मजदूर असर्फी साह (65) और सुशील कुमार (24) शामिल हैं। बताया जा रहा है कि सोमवार की शाम करीब पांच-साढ़े पांच बजे कैलाश चौधरी की नवनिर्मित शौचालय की टंकी से सेटरिंग खोली जा रही थी। सबसे पहले राज मिस्त्री शंभू साह टंकी में उतरे। जब उन्होंने अंदर से कोई हरकत नहीं की तो कैलाश चौधरी ने उन्हें आवाज लगाई। उत्तर नहीं मिलने पर कैलाश टंकी के अंदर गए, लेकिन उन्होंने भी कोई हरकत नहीं की।
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इसके बाद असर्फी साह व सुशील कुमार अंदर गए। इन दोनों ने भी जब कोई संकेत नहीं दिया तो गृहस्वामी के पुत्र राजकुमार चौधरी अंदर घुसे। ये दम घुटने की शिकायत करते हुए तुरंत बाहर निकल आए। इसके बाद ग्रामीणों ने शौचालय की टंकी की दीवार तोड़कर चारों लोगों को बाहर निकाला। जिसके बाद सभी को अस्पताल ले जाया गया।
वहीं ग्रामीणों की सूचना पर महिषी थानाध्यक्ष शिवशंकर कुमार और सीओ अनिल कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। इन्होंने कैलाश चौधरी, असर्फी साह, सुशील कुमार व राजकुमार को महिषी अस्पताल में भर्ती कराया। चिकित्सकों ने यहां कैलाश, असर्फी व सुशील को मृत घोषित कर दिया। वहीं शंभू साह को परिजन सीधे लेकर सदर अस्पताल चले गए, लेकिन उनकी भी मौत हो गई।
वहीं राजकुमार को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। सीओ ने बताया कि नवनिर्मित टंकी में जहरीली गैस के कारण मौत की आशंका है। पुलिस ने चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। राजकुमार ने बताया कि अंदर घुसने के साथ उनका सिर चकराने लगा व सांस लेने में परेशानी होने लगी। इस कारण उन्होंने बाहर निकलकर शोर मचाया।
यहां बतातें चले कि इससे पूर्व भी एक जुलाई, 2018 को सहरसा जिले के सोनबरसा में शौचालय की टंकी की सफाई के दौरान चार मजदूरों की मृत्यु हो गई थी।
जानकार बताते हैं कि शौचायल की टंकी की सेंटरिंग खोलने से पूर्व मजदूरों को सुरक्षा उपकरणों से लैस किया जाना चाहिए। इन्हें गैस मास्क, आक्सीजन सिलेंडर आदि देकर ही अंदर भेजा जाना चाहिए था। हालांकि हर एक हादसे बाद सुरक्षा पर सवाल उठता है लेकिन समय के साथ यह कागजी साबित हो अगले घटना पर सुरक्षा की बात को दोहराते हैं।
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