जज प्रफुल्ल सिंह की चचेरी बहन का 23 को हुई थी शादी, 28 जून को साले की होने है शादी
  • बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा 2019 में तीसरे प्रयास में 139 रैंक प्राप्त कर बनें थे जज

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) बांका व्यवहार न्यायालय में पदस्थापित व हाल के दिनों में पटना में हस्तांतरित सिविल जज सरडीहा निवासी प्रफ़ुल्ल कुमार सिंह 2019 में बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा अपने तीसरे प्रयास में 139 वां रैंक लाकर पास किया था। वर्तमान में बांका व्यवहार न्यायालय में कार्यरत थे लेकिन हाल में ही उसका तबादला पटना हो गया था। सोमवार को वो पटना में अपना योगदान देने के लिए जाने वाले थे।

प्रफुल्ल के जज बनने पर ग्रामीणों ने किया था स्वागत, फाइल फोटो

चार दिन पहले हुई थी चचेरे बहन की शादी – सिविल जज प्रफुल्ल कुमार सिंह उर्फ बिट्टू सिंह की के चाचा स्व. रंधीर सिंह की पुत्री की चार दिन पहले 23 जून को शादी हुई थी। घर में खुशी का माहौल था। अभी भी घर के आगे टेंट व शामियाना लगा हुआ है। सोमवार को दुल्हन की विदाई होने वाली थी। लेकिन इससे पहले हादसे ने खुशी के माहौल को गम में डूबा दिया।

28 जून को साले की होनी है शादी : हादसे में पिता, चाचा व रिश्ते के चचेरे चाचा को खो चुके जख्मी जज प्रफुल्ल कुमार सिंह उर्फ बिट्टू सिंह का ससुराल मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज थाना क्षेत्र के शहजादपुर गांव है। ससुर राशेश्वर सिंह के पुत्र प्रफुल्ल के साले प्रकाश सिंह की शादी 28 जून को होनी है। रविवार को ससुराल में फलदान कार्यक्रम आयोजित किया गया था।

दरवाजे पर लगा टेंट

प्रफुल्ल कुमार सिंह अपने पिता, चाचा व भांजा, भांजी, पुत्र सहित अन्य लोगों के साथ गांव से फलदान समारोह में शामिल होने के बाद वापस गांव लौट रहे थे चुकिं सोमवार को चचेरी बहन की विदाई थी इसलिए देर रात ही समारोह सम्पन्न होने के बाद वापस हो गए।

गांव से करीब करीब 11 किलोमीटर दूर मुरली चौक से आगे टेंगराहा मोड़ के समीप दुर्घटना का शिकार हो गए। बताया जा रहा है कि जज प्रफुल्ल स्वयं वाहन चला रहे थे। अनुमान लगाया जा रहा है अहले सुबह होने की वजह व कई दिनों की थकान की वजह से नींद की झप्पी आने के वजह से वाहन अनियंत्रित होकर पहले पुल के रेलिंग में टकराया उसके बाद गड्ढे में पलट गई।

क्षतिग्रस्त वाहन

वाहन के उड़े परखच्चे : घटनास्थल पर जिस प्रकार वाहन की हालत है उससे सहज अनुमान हादसे का लगाया जा सकता है। हालांकि कुछ लोग इस हादसे को अलग एंगल से देख रहे हैं। घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाले में खगेश कुमार ने बताया कि पुल के रेलिंग से अगर इतनी जोरदार टक्कर होती तो रेलिंग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाता। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है।

उन्होंने आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि किसी अज्ञात वाहन ने सामने से जोरदार टक्कर मार दिया है। जिसके बाद वाहन अनियंत्रित होकर पुल की रेलिंग के किनारे को तोड़ते हुए गड्ढे में पलट गई। वाहन के आगे का भाग पुरी तरह क्षतिग्रस्त हैं। अगर वाहन सीधे रेलिंग से टकराती तो रेलिंग पुरी तरह टुट जाता व वाहन का कोई एक भाग क्षतिग्रस्त होता।

अस्पताल में इलाजरत जज प्रफुल्ल कुमार सिंह का हाल जानने का लगा रहा तांता

वहीं सरडीहा निवासी राजवीर सिंह ने सीधे तौर पर किसी अज्ञात वाहन की ठोकर मारने की बात कह रहे हैं। उन्होंने हादसे की न्यायिक जांच की मांग की है। वहीं जज प्रफुल्ल उर्फ बिट्टू सिंह के दोस्त पंचायत समिति सदस्य राहुल सिंह बताते हैं कि विट्टू हमेशा जब भी चार चक्का वाहन चलाते थे तो सीट बेल्ट लगा लेते थे चाहे वो चंद कदमों की दूरी ही क्यों ना जाएं।

एक साथ जली तीन चिता : वहीं सोमवार को हादसे बाद पुलिस ने तीनों शवों का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया। सरडीहा गांव में एक साथ तीन शव निकला। उसके बाद भीखा गाछी में गमगीन ग्रामीणों के साथ एक साथ तीन चिता को मुखाग्नि दी गई। इसके साथ पुरा गांव शोक में डूब गया।