सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) नगर परिषद क्षेत्र के डाक बंगला चौक स्थित रोज वैली स्कूल के प्रांगण में रविवार को एक दिवसीय शिव गुरु परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष शिव शिष्यों ने भाग लिया ।

इस दौरान शिव गुरु पर परिचर्चा करते हुए भाई रामविलास जी ने कहा कि आज मानव मन की संकीर्णता वैमनस्यताओं को समाप्त करने हेतु शिव शिष्यता के उदघोषक श्री हरींद्रानंद साहब एवं दीदी नीलम आनंद जी के संदेश आओ चलें शिव की ओर को जन जन के हृदय में उतार कर शिव भाव का आवेश जगाना होगा। जिससे आदमी का जीवन सुखमय शिवमय और आनंदमय हो सके ।

इस दौरान उन्होंने शिव चर्चा में गुरु बहनों ने महादेव को अपना गुरु मान उनके नियमों को जीवन में आत्मसात करने की अपील की। उन्होंने लोगों से कहा कि शिव जगत के गुरु हैं। संसार के जितने भी प्राणी हैं, सभी उनके शिष्य हैं। यदि हम उन्हें गुरु भाव से याचक बनकर दया मांगे, क्षमा मांगे तो हमारा कल्याण होगा। इस संसार के एक-एक मनुष्य उनके शिष्य बनकर उन्हें गुरु का भाव दें तो पूरे जगत का कल्याण निश्चित ही सुगमता से हो पाएगा।

शिव को गुरु बनाने के लिए तीन सूत्र हैं। पहला सूत्र भगवान शिव से दया मांगना है कि हे शिव हम पर दया करे तथा हमें अपने शरण में ले। दूसरा सूत्र अपने आस पास के लोगों से शिव चर्चा करना। तीसरा सूत्र 108 बार ओम नमः शिवाय का जाप करना। वहीं इस कार्यक्रम को सफल बनाने में भाई विजय कुमार, भाई मुन्ना जी, भाई गरीब जी, भाई कपिल जी, भाई अरविंद जी, भाई चंद्रप्रकाश जी, बहन मीना, बहन गुड़िया, भाई राजमणि जूटे रहें ।