मां कात्यायनी मंदिर व गोरियारी शिव मंदिर प्रांगण से होगी यात्रा की शुरुआत
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) रामनवमी के मौके पर आज सिमरी बख्तियारपुर व सलखुआ प्रखंड में राम भक्तों द्वारा भव्य शोभायात्रा यात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा को लेकर दोनों स्थानों पर तैयारी पूरी कर ली गई है। वहीं प्रशासन यात्रा को सफल बनाने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया है। यात्रा निर्धारित रूट चार्ट के मुताबिक आयोजित की जाएगी।
सिमरी बख्तियारपुर – कात्यायनी मंदिर से निकलेगा यात्रा : शोभा यात्रा के आयोजक खगेश कुमार और राजवीर सिंह ने बताया कि शोभा यात्रा महारस स्थित मां कात्यायनी मंदिर से कासिमपुर, पहलाम चौक, रंगिनिया, रानीबाग, पुरानी बाजार, डाकबंगला चौक होते हुए सिमरी बख्तियारपुर हाई स्कूल मैदान पहुंचेगा। शोभा यात्रा में दोपहिया – चारपहिया वाहन, घोड़ा, सैकड़ो साइकिल सवार रामभक्त शामिल होंगे।
ज्ञात हो कि मंगलवार को बख्तियारपुर थाना में आयोजित शांति समिति की बैठक में प्रशासन और आयोजको के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई। प्रशासन शोभा यात्रा में डीजे नही बजाने, रूट शॉर्ट करने आदि पर अड़े थे।
सलखुआ : प्रखंड अंतर्गत गोरियारी में शोभायात्रा निकाली जाएगी। यह शोभा यात्रा गोरियारी शिव मंदिर ठाकुरबाड़ी से शुरू हो कर गोरियारी पंचायत भवन के रास्ते कोसी बांध के रास्ते भेलवा चौक होते हुए बहुअरवा चौक के निकट दस मिनट ठहरने के बाद पुनः सितुआहा के रास्ते सलखुआ मुख्य बाजार होते हुए उच्च विद्यालय महंत मिट्ठू दास सलखुआ के प्रांगण में समाप्त होंगी।
● एसडीओ ने दिया आदेश – गुरुवार को सलखुआ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत गोरियारी से निकलने वाले शोभा यात्रा को अनुमंडल प्रशासन की ओर से कुछ शर्तों के साथ इजाजत दे दिया गया है। अनुमंडल प्रशासन की ओर से दिए गए आदेश में कहा गया है कि शोभायात्रा में किसी भी प्रकार का धार्मिक भावना भड़काने वाला या अश्लील गाने प्रतिबंधित रहेंगे।
इसके अलावा ध्वनि विस्तारक अधिनियम का उपयोग किया जाएगा। शोभायात्रा के दौरान डीजे – जुलूस पूर्णत: प्रतिबंधित होगा। किसी भी प्रकार का ऐसा उद्बोधन कार्यक्रम में नहीं होगा जिसे किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचे। आयोजकों के द्वारा शोभायात्रा की संपूर्ण वीडियोग्राफी कराना अति आवश्यक है। साथ ही शोभायात्रा निर्धारित रूट से ही अपनी यात्रा पूर्ण करेंगी।
शोभायात्रा में आतिशबाजी पर पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा है कि शोभायात्रा के प्रारंभ से समाप्ति तक के लिए सलखुआ थानाध्यक्ष को निर्देश दिया जाता है कि आवश्यक मात्रा में पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति करते हुए विधि – व्यवस्था के मद्देनजर निगरानी एवं चौकसी बरतेंगे।