दिनदहाड़े मायके में ही दिया घटना को अंजाम, चार बच्चे की मां थी मृतिका
- बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के बसतपुर गांव की घटना, शव को कब्जे में ले जांच में जुटी पुलिस
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के बलवाहाट ओपी अन्तर्गत बसतपुर गांव में शुक्रवार को दिनदहाड़े एक सनकी पति ने अपनी पत्नी 32 वर्षीय रेणु देवी को सिर में गोलीमार मौत के घाट उतार दिया है। हालांकि बलवाहाट ओपी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शव को कब्जे में लेकर हत्या कर भाग रहे हत्यारोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है।
सनकी पति ने घटना को ससुराल में ही अंजाम दिया। मृतिका चार बच्चे की मां है। वह बसतपुर में ही अपनी मां के साथ बच्चों संग रहती थी। पति अक्सर ससुराल में ही रहा करता था। सनकी पति मुलरूप से सरोजा पंचायत के पड़राही गांव का करने वाला है। गांव में जमीनी विवाद चलने के कारण पति अक्सर ससुराल में ही रहा करता था।
घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार सोनपुरा पंचायत के बसतपुर गांव निवासी स्व. रघुनाथ यादव की एकलौती संतान रेणू देवी की शादी करीब 14 साल पहले सरोजा पंचायत के पड़राही गांव निवासी उदो यादव के पुत्र रिंकू यादव के साथ हुआ था। इस बीच इस दम्पत्ति को दो पुत्र एवं दो पुत्री भी हुआ। सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था।
मृतिका की मां दयारानी देवी ने बताया कि दामाद रिंकू यादव अपने गांव में पड़ोसी से जमीनी विवाद के चलते अक्सर यहां (बसतपुर ) में ही रहता था। गुरुवार रात से ही दामाद व बेटी से घरेलू बातों को लेकर नौक-झौंक हो रहा था। शुक्रवार को दिन में वह बच्ची के साथ बहियार बकरी लेकर चली गई। इस बीच दामाद रिंकू यादव ने पुत्री रेणू देवी को सिर में गोलीमार दिया।
गोली चलने की आवाज पर आसपास के लोग दौर कर आएं। वो भी आई रिंकू यादव ने बेटी को चौकी पर ही सिर में गोलीमार दिया था। जिससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई। ग्रामीणों ने मामले की जानकारी स्थानीय बलवाहाट ओपी पुलिस को दी गई। गोली मारने के बाद रिंकू यादव भाग गया।
इस संबंध में बलवाहाट ओपी प्रभारी मजबुद्दीन ने बताया कि पति द्वारा अपनी पत्नी को गोली मारकर हत्या कर दिया गया। हत्या कर फरार हो रहे हत्यारोपी पति रिंकू यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। रिंकू यादव से आवश्यक पुछताछ की जा रही है।
अहम सवाल मासूम बच्चे का क्या होगा ?
घटना के बाद मां दयारानी देवी सहित छोटे छोटे मासूम बच्चे का रो रो कर बुरा हाल हो गया है। सबसे बड़ी पुत्री आंचल कुमार ( 12 वर्ष) साफ तौर पर कहती हैं कि पापा ने मां को गोली मारकर हत्या कर दी। वहीं आयुष (10 वर्ष), आस्था (08 वर्ष) एवं सबसे छोटे 6 वर्षीय पियुष को देख हर कोई सनकी रिंकू यादव के कृत पर अपनी अलग अलग राय दें कोसते हैं।
खस्सी बिक्री के रूपए के लिए हो रहा था विवाद : आसपास के लोगों ने बताया कि रिंकू यादव के गांव पड़राही में विवाद चलने की वजह से अक्सर ससुराल में ही रहता था। बसतपुर में रेणू देवी अपनी मां के साथ रहती थी। बताया जा रहा है कि मां ने एक खस्सी की बिक्री की थी। जिस बात की जानकारी रिंकू यादव को होने पर बिक्री वाले रूपए की मांग कर रहा था। जबकि पत्नी रूपए मां की होने की बात कह रूपए देने से इंकार कर रही थी, जिसकी वजह से दोनों पति-पत्नी में रात से ही झगड़ा चल रहा था।
रेणू देवी थीं एकलौती संतान : चुंकि रेणू देवी के पिता रघुनाथ यादव की मौत वर्षो पुर्व हो जाने के बाद रेणू देवी एकलौती संतान होने की वजह से मां के साथ रहती थी। इस बीच मां दयारानी देवी ने पुत्री कि शादी पड़ोसी पंचायत सरोजा के पड़राही में रिंकू यादव के साथ किया। पति रिंकू यादव के गांव में विवाद रहने की वजह से अक्सर ससुराल में ही रहता था।
रिंकू की दूसरी पत्नी थी रेणू देवी : मृतिका की मां दयारानी देवी ने बताया कि बेटी की शादी बड़े आशा के साथ नजदीकी गांव में किया कि वह दोनों घरों को देखेगा। शादी के बाद पता चला कि दामाद रिंकू यादव की पहले शादी हो गई थी। उसकी पहली पत्नी की मौत हो गई थी। कहा तो यह भी जा रहा है कि पहली पत्नी को भी रिंकू यादव ने फांसी का फंदा लगाकर मार दिया था। अब देखने वाली बात होगी कि मृतिका के चार मासूम बच्चे का अब क्या होगा ?