13 वर्ष पूर्व खुदाई में मिले भगवान विष्णु की मुर्ति को भेजा गया जिला संग्रहालय

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) प्रखंड के बलवाहाट स्थित अतिप्राचीन देवस्थान बाबा मटेश्वर धाम कांठो मंदिर परिसर के बगल में वर्ष 2009 में खुदाई में मिली भगवान विष्णु की अतिप्राचीन मूर्ति को सिमरी अंचल प्रशासन के द्वारा जिला संग्रहालय भेजे जाने पर बाबा मटेश्वर धाम के न्यास समिति के अध्यक्ष सह पूर्व विधायक डॉ अरुण कुमार ने रोष जाहिर करते हुए कहा है कि हमें जानकारी मिली है कि कांठो में खुदाई के दौरान मिली मूर्ति को प्रशासन द्वारा 13 साल बाद जिला संग्रहालय भेजा गया है।

इस मामले पर हम जिलाधिकारी आनंद शर्मा से मांग करते है कि अतिप्राचीन मूर्ति को मटेश्वर धाम काँठो स्थित संग्रहालय में भेजा जाये। मटेश्वर धाम से जुड़ी इस मूर्ति के सहरसा जाने से ग्रामीणों में गुस्सा है।‌ बाबा मंदिर की धरोहर मंदिर में ही रहे तो बेहतर है।

पूर्व अध्यक्ष मुन्ना भगत ने भी रोष जाहिर किया है।मुन्ना भगत ने कहा कि खुदाई के दौरान मिले अतिप्राचीन पुरातन अवशेष को मटेश्वर धाम कांठो मंदिर परिसर में ही संरक्षित करके रखना चाहिए। ताकि मटेश्वर धाम आने वाले लाखों श्रद्धालुओं सहित आने वाले नई पीढ़ी एवं शोधार्थी यहाँ के पुरातत्व महत्व से अवगत हो पाये। उन्होंने कहा कि यदि गाँव के सभी धरोहरों को शहर के ही संग्रहालय में रखा जाये तो ऐसे में गाँव पर्यटकीय विकास असंभव है।

बाबा मटेश्वर धाम न्यास समिति के सचिव जगधर यादव ने कहा कि यदि मूर्ति वापस काँठो नहीं लाया गया तो हमलोग आंदोलन करने को बाध्य होंगे। बाबा मटेश्वर धाम डाक कांवरिया संघ के वरिष्ठ सदस्य कृष्ण कन्हैया साह ने कहा कि इस क्षेत्र के धरोहरों को इस क्षेत्र में ही संग्रहित कर रखना चाहिए।