चार दिनों का दिया गया अल्टीमेटम, गिरफ्तारी नहीं होने पर होगा चरणबद्ध आंदोलन
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) गत दिनों नगर क्षेत्र में बाइक सवार बदमाशों द्वारा की गई सीरियल फायरिंग मामले को लेकर नगर वासियों की एक बैठक बड़ी दुर्गा स्थान मंदिर परिसर में आयोजित की गई। बैठक में मौजूद लोगों ने पुलिस प्रशासन के विरुद्ध जमकर हुंकार भरते हुए दिए गए चार दिनों के अल्टीमेटम में अगर बदमाशों की गिरफ्तारी नहीं होने पर चरणबद्घ आन्दोलन की धमकी दी।
बड़े व्यवसाई एस कुमार की अध्यक्षता व भाई भीएस उर्फ विजय कुमार के संचालक में चली इस मैराथन बैठक में फायरिंग के कई बिंदुओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। पुलिस द्वारा घटना में शामिल किसी भी अपराधी की गिरफ्तारी अबतक नहीं किए जाने से नगर वासियों में आक्रोश देखा गया।
बैठक को संबोधित करते हुए जदयू नेता सह पूर्व वार्ड पार्षद चंद्रमणि ने कहा कि सिमरी बख्तियारपुर में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है अब स्थिति यह है कि अपराधिक चरित्र के लोग खुलेआम सड़कों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर निकल जाते हैं और पुलिस को सूचना मिलने के बाद भी कई घंटे बाद पहुंचना उनके कार्यशैली सवाल खड़ा कर रहा है।
यह घटना सिमरी बख्तियारपुर के लिए बड़ी चुनौती है। अब समय आ गया है कि हम बाजार वासियों को एकजुट होना पड़ेगा ताकि अपराधी चरित्र के लोग इस तरह की घटना को दोबारा अंजाम ना दे सके। पुलिस की अब यह मंशा रहती है वह भोले भाले जनता को किस तरह फंसा कर उससे रुपए ऐंठ सके। बाइक सवार अपराधियों द्वारा सिमरी बख्तियारपुर नगर के चौक चौराहों पर सात फायर किया गया। कही ना कही अपराधियों का मनोबल काफी बढ़ गया है।
स्थानीय पुलिस द्वारा लापरवाही बरती गई है और अभी तक पुलिस इस घटना में शामिल किसी भी अपराधी की गिरफ्तार नहीं कर सकी है। अगर 4 दिन का समय दे रहे हैं यानी गुरुवार तक इस घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो अपनी अपनी दुकानें बंद करते हूए चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करते हुए थानाध्यक्ष के खिलाफ वरीय पदाधिकारी से मिलकर उनपर कार्रवाई सुनिश्चित करवाएंगे ।
वही नगर परिषद के निवर्तमान उपाध्यक्ष विकास कुमार विक्की ने कहा कि सिमरी बख्तियारपुर के मुख्य बाजार में लगातार दो दिन बाईक सवार अपराधियों द्वारा गोलीबारी की गई और पुलिस के हाथ अब तक कुछ नहीं लगा। यह थानाध्यक्ष की निष्क्रियता को दर्शाता है। जबकि घटना थाना से महज कुछ दूरी पर स्थित बाजार में हूई और सूचना मिलने के बाद पुलिस को आने में काफी देर लगा और पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा।
कहीं ना कहीं पुलिस की मिलीभगत को दर्शाता है। जबकि थाना में आयोजित शांति समिति की बैठक में भी अपराधी चरित्र के लोगों पर नकेल कसने के लिए पुलिस से संज्ञान लेने को कहा गया। थानाध्यक्ष अपनी जिम्मेदारी से आंख मूंदे हुए हैं। पुलिस को सिर्फ मतलब है तो अपने लिए धन उपार्जन से। उसे कहां से किसके माध्यम से मोटी रकम की कमाई होगी। आज के समय में थाना में भले लोग जाना नहीं चाहते हैं क्योंकि वहां अपराधी चरित्र के लोग ज्यादा जाने लगे हैं।
जदयू नेता ललन यादव ने कहा कि सिमरी बाजार में बेखौफ अपराधियों द्वारा गोलीबारी की घटना की जितनी भी निंदा की जाए वह कम है। इस घटना को हुए 72 घंटा से अधिक हो गया बावजूद पुलिस किसी भी अपराधी को नहीं पकड़ पाई है । स्थानीय पुलिस को दिए समय में अगर अपराधियों को नहीं पकड़ पाती है तो हम लोग चरणबद्ध आंदोलन करेंगे।
राजद नेता अभय भगत ने कहा कि सिमरी बख्तियारपुर थाना में थानाध्यक्ष के रूप में भ्रष्ट पदाधिकारी का पदस्थापन हुआ है। नगर में गस्ती के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। इनके कार्यकाल में अपराधी गतिविधि काफी बढ़ गया है। जबकि अपराधियों का अड्डा चिन्हित है रेलवे ढाला के समीप मुरली चौक, हाई स्कूल गली पर शाम ढलते ही अपराधियों का अड्डा हो जाता है।
थानाध्यक्ष को पता रहने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं होना। उनके कार्य शैली पर संदेह पैदा करता है। थाना अब आम लोगों का नहीं दलालों और अपराधियों का थाना हो चुका है । थाना में 24 घंटा हत्यारोपी की इर्द-गिर्द घूमता और रहता है।
भाजपा नेता भाई भीएस ने कहा कि आज इस थानाध्यक्ष के कार्यकाल में नशे का व्यापार काफी फल फुल रहा है और अपराधी बेलगाम हो चुके हैं कहीं ना कहीं पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़ा हो रहा है। आज तक अपने थाना में पदस्थापित थानाध्यक्ष को नगर वासियों ने देखा तक नहीं। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि इस थानाध्यक्ष को क्षेत्र में क्राइम कंट्रोल पर कोई रुचि नहीं है।
जदयू नेता अशोक यादव ने कहा जब स्थानीय प्रशासन को इस सारी घटना की जानकारी है और इस घटना को किस-किस ने अंजाम दिया है उसकी भी जानकारी है बावजूद उसे नहीं पकड़ रही है। कहीं ना कहीं हम बाजार वासियों में एकजुटता की कमी है जिसके कारण अपराधी चरित्र के लोग इस तरह की घटना को अंजाम देकर चलते बनते हैं जरूरत है बाजार वासियों को एक होने की और इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए किसी भी हद तक जाने की।
इस बैठक में उद्योगपति सुशील जायसवाल, हस्सान आलम, डा प्रमोद, संतोष मोदी, जेपी सिंह, विनोद भगत, खुशीलाल भगत, श्रवण भगत, संजीव कुमार भगत, विवेक भगत, अरूण कुमार गुप्ता, कुमार रविश, मो पप्पू, सुशील केशरी, वीरेन्द्र कुमार, अभिनंदन भगत, बिक्रम कुमार सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे ।