सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद में सभापति पद के लिए 12 प्रत्याशी हैं मैदान में
  • रितेश रंजन ने अपनी माता ललिता रंजन के पक्ष में प्रचार में झोंकी ताकत

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती : बिहार नगर निकाय चुनाव 2022 का प्रथम चरण का चुनाव प्रचार अभियान जोड़ पकड़ने लगा है। 10 अक्टूबर को मतदान होना है। इस कड़ी में सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर में सभापति प्रत्याशी ललिता रंजन के पुत्र रितेश रंजन ने चुनाव प्रचार में अपनी ताकत झौंक दी है।

वहीं ललिता रंजन के चुनाव प्रचार अभियान में सहरसा जिला के पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष सह वर्तमान अध्यक्ष किरण देवी के पति सुरेन्द्र यादव मैदान में आ गए हैं। सुरेन्द्र यादव के प्रचार अभियान में शामिल होने से राजनीतिक तापमान गर्म होते नजर आ रहा है।

ललिता रंजन के पुत्र पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष रितेश रंजन के साथ सुरेन्द्र यादव ने शनिवार को सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद क्षेत्र के विभिन्न वार्डों का दौरा कर ललिता रंजन के पक्ष में वोटरों को गोलबंद करने का काम किए। उन्होंने सैनीटोला, रंगिनियां, ढाब, समस्तीपुर, नया टोला, भौरा सहित अन्य स्थानों पर वोटरों से मिल ललिता रंजन के चुनाव चिन्ह कबुतर छाप पर वोट देने की अपील की।

इस मौके पर सुरेन्द्र यादव ने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए अच्छे जनप्रतिनिधि का का चयन जरूरी होता है। एक बार जनता अगर गलत हाथों में सत्ता की बागडोर दे देती है तो फिर पांच साल पछताने के अलावे कुछ नहीं बचता है। रितेश रंजन हमेशा जनता के साथ हर सुख दुख में रहे हैं अगर उन्हें जनता मौका देती है तो हम दोनों मिलकर नगर का चौमुखी विकास करेंगे।

वही रितेश रंजन ने कहा कि मैं अपनी मां को सभापति पद के लिए प्रत्याशी के रूप में चुनाव में लाया हूं, मुझे अगर जनता एक बार मौका देती है तो शहर के सर्वांगीण विकास की ओर ले जाने का काम करूंगा। उन्होंने कहा शहर के विकास का उसके पास खाका हैं वे नगर क्षेत्र को बहुत नजदीक से देखा है। कहां क्या कमी है, क्या कहां करना है ये सब उन्हें पता है। उन्होंने ललिता रंजन के कबुतर छाप पर वोट देने की अपील की।

यहां बतातें चलें कि सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद क्षेत्र में सभापति पद के लिए 12 प्रत्याशी चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं। 10 अक्टूबर को 39750 मतदाताओं द्वारा विभिन्न 28 वार्डों के 56 मतदान केंद्र पर उपरोक्त 12 प्रत्याशी का भाग्य का फैसला ईवीएम मशीन के बटन को दबा कर करेंगे। हालांकि अब तक चुनावी रूझान की बात करें तो सभापति पद के लिए त्रिकोणीय मुकाबले देखने को मिल रहें हैं। जिनमें मो हस्सान आलम की पत्नी फसीहा खातून, ललन यादव की पत्नी मीनूलता एवं रितेश रंजन की मां ललिता रंजन के बीच कड़ी टक्कर के आसार दिख रहे हैं। इसके अलावे निवर्तमान चैयरमेन रौशन आरा, अनवर आलम की पत्नी असरफुन निंशा, हैलाल अशरफ की पत्नी बीबी शाहीन खातून एवं पूर्व चैयरमेन सीमा गुप्ता मुकाबले को अपनी ओर खींचने में जीतोड़ मेहनत कर रही है।